कोलारस - कोलारस विधानसभा क्षेत्र में जहां अभी तक चारो तरफ भाजपा ही भाजपा नजर आ रही है वहीं दूसरी ओर भाजपा के हजारों कार्यकर्ता अंदर ही अंदर अपने आप में घुटन महसूस कर रहे है उनकी निगाह कांग्रेस की ओर टिकी हुई है कि उन्हें कांग्रेस में एक मजबूत नेता के रूप में विकल्प मिले इसी विकल्प की आस में हजारों भाजपाई दिखाई दे रहे है भले ही प्रदेश में कांग्रेस को तोड़कर लाड़ली वहना बोट बैंक के सहारे भाजपा ने सत्ता में बापसी का टिकिट तो प्राप्त कर लिया किन्तु चंद नेताओं को लाभ मिलने से लेकर संगठन में जगह मिलने से भाजपा में अंदर ही अंदर जबरदस्त ज्वाला मुखी जलता हुआ दिखाई दे रहा है भाजपा के कई नेता निगम मंडल में आस लगाये बैठे हुये है किन्तु कोलारस विधानसभा क्षेत्र से किसी भाजपा कार्यकर्ता को स्थान मिलेगा इसकी उम्मीद कम ही नजर आती है भाजपा के जिला अध्यक्ष से लेकर मंडल अध्यक्ष की घोषणा के बाद कई भाजपाई कार्यकर्ता नाराज दिखाई दिये आने वाले समय में निगम मंडल की घोषणा के बाद भाजपा में विरोध के स्वर और अधिक बड़ सकते है भाजपा से नाराज चल रहे करीब आधा दर्जन अग्रवाल, यादव, रावत, किरार, ब्राह्राण भाजपा कार्यकर्ता यदि कांग्रेस की ओर रूख करते है तो भाजपा में बड़ी टूट देखने को मिल सकती है।
शासन से नाराज भाजपा कार्यकर्ता चौहान चंद दिन पहले दे चुके है धरना - कोलारस विधानसभा मुख्यालय पर पिछले माह मार्च में कोलारस एसडीएम कार्यालय के सामने शासन या प्रशासन को घेरते हुये जनपद सदस्य शिवकुमार चौहान एक दिवसीय धरना प्रदर्शन भी कर चुके है इससे यह साफ होता है कि भाजपा में अंदर ही अंदर कार्यकर्ता घुटन महसूस कर रहे है कुछ कार्यकर्ता सार्वजनिक रूप से अपनी नाराजगी व्यक्त कर देते है तो कुछ समय का इंतजार करते है भाजपा शासन काल में एक जनप्रतिनिधि का धरना देना यह सिद्ध करता है कि भाजपा में जब कार्यकर्ता एवं जनप्रतिनिधियों की सुनवाई नहीं होती फिर भला आम आदमी की सुनवाई क्या होगी।
शासन एवं प्रशासन की योजनाओ को लेकर वर्तमान एवं पूर्व विधायक की कार्य शैली की भी चर्चा हो रही है - आम जनता का मानना है कि पूर्व विधायक की आक्रमक कार्य शैली से अधिकारी एवं कर्मचारियों पर अंकुश लगा हुआ था एवं भ्रष्टाचार पर भी अंकुश के प्रयास किये गये थे वही दूसरी ओर वर्तमान विधायक का सरल, सहज स्वभाव जनता को रास आता है अब यह आगामी विधानसभा चुनाव ही तय करेंगा कि किस विधायक की कार्य शैली से जनता खुश होकर आने वाले चुनावों में कोलारस विधानसभा का प्रथम नागरिक बनायेगी साथ ही वर्तमान में मूल भाजपाईयों में नाराजगी का असर भी विधानसभा चुनाव में दिखाई दे सकता है।