कथा सिर्फ मोक्ष ही नहीं,जीवन जीने का तरीका भी सिखाती है - वासुदेव नंदिनी भार्गव - Kolaras



कोलारस - कोलारस के सेसई सड़क रैैया वाले हनुमान मंदिर पर श्री राम कथा के रस प्रवाह के तृतीय दिवस पंडित श्री बासुदेव नंदिनी जी भार्गव ने भगवान श्री राम के प्राकट्य के विविध कारणों की चर्चा की उन्होंने कहा कि राम जी के जनम का हेतु केवल रावण का वध करना नहीं था भगवान तो सर्व समर्थ है क्या रावण को सहजता से नहीं मार सकते थे इतनी लीला करने की क्या आवश्यकता? राम जी द्वारा मनुज रूप इसलिए लिया क्यूंकि उन्हें हमें मानव चरित्र सीखना था मानवता सिखाने के लिए भगवान मनुष्य बने इसलिए कथा केवल मोक्ष के लिए ही नहीं अपितु जीवन जीने का तरीका भी हमें सिखाती हैं कथा के द्वारा हमें अपने स्वरूप का बोध हो जाए यही कथा की सार्थकता है क्यूंकि भगवान रूप को देखकर कल्याण नहीं करते,हमको अपने स्वरूप का वोध होना आवश्यक है।

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