कोलारस - सेसई सड़क के रैया वाले श्री हनुमान मंदिर में आयोजित भव्य श्रीराम कथा के द्वितीय दिवस पंडित श्री बासुदेवनंदिनी जी भार्गव ने श्री रामकथा की महिमा का श्रवण कराते हुए कहा की यदि अनिच्छा से भी माघ मास में रामायण की कथा सुन लेते है उन्हें ठाकुर जी कृपा करके अपने धाम बुला लेते हैं। मौनी अमावस्या को ही तुलसीदास जी ने श्री राम का दर्शन किया था। बाल्मीकिय क्रम में सबसे पहले लव कुश ने श्री राम कथा गाई और श्रीराम ने ही सुनी। रामकथा तीर्थराज प्रयाग के जैसे है, जैसे कुंभ में सारे तीर्थ आते है श्री राम कथा भी "नानापुरान निगमांगसम्मदमयद"है जिसमें सभी वेद पुराणों का सार है।
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