डीजे के प्रदूषण, अत्यधिक शराब, तेज ठंड में करें बचाव अन्यथा पहुंच सकते है अस्पताल - Kolaras



कोलारस - दिसम्बर माह प्रगति पर है दिसम्बर एवं जनवरी तेज ठंड के लिये जाने जाते है तेज ठंड में अचानक बाहर निकलना शरीर के लिये हानिकारक है साथ ही ठंड के दौरान अत्यधिक शराब का सेवन और डीजे के नजदीक पहुंचना बीमार इंसान के लिये जानलेवा सावित हो सकता है।

दूल्हे की खुशी के चक्कर में डीजे का प्रदूषण बन रहा है जानलेवा - 

इस समय ठंड का असर देखने को मिल रहा है ठंड एवं दूल्हे की खुशी के लिये उसके मित्रगण तेज आबाज में प्रदूषण करने वाले डीजे के सामने नृत्य करने के लिये अपनी जान जोखिम में डालकर पहुंच जाते है माननीय न्यायालय द्वारा रात्रि 10 बजे के बाद तेज ध्यानी के स्पीकरों पर रोक लगा रखी है किन्तु शादी के सीजन में रोक का असर कम दिखाई देता है और दूल्हे की खुशी के लिये उसके मित्रगण अत्यधिक शराब ठंड के दौरान पीकर डीजे पर नृत्य करते है जिसके चलते आये दिन हार्ट अटैक एवं ब्रेन हेमरेज के मामले सामने आ रहे है ठंड, शराब डीजे की तेज ध्यानी के चलते बुजुर्ग लोगो ने बारात में जाना तक बंद कर दिया है यदि बारातों में शराब एवं डीजे पर अंकुश नहीं लगाया गया तो आने वाले समय में घटनाओं का ग्राफ और अधिक बड़ सकता है। 

अत्यधिक शराब पीने से बड़ रहा है बीमारियों एवं मौत का खतरा - 

लोग शादियों से लेकर ठंड के प्रकोप से बचने के लिये अत्यधिक मात्रा में शराब का सेवन कर लेते है शराब ही नहीं नशे के सभी उत्पादक मनुष्य के लिये हानिकारक है यहां तक ही तम्बाकू की पुडिया पर भी खाने से कैंसर होने की चेतावनी के बाद भी लोग अपने जीवन से खिलबाड़ करते है खाने वाले स्वयं के साथ - साथ परिवार को आर्थिक, सामाजिक एवं अन्य कई प्रकार की परेशानियों में डाल देते है और नशे के कारण होेने वाली बीमारियों एवं मौत के चलते जब परिवार की मुखिया इनका शिकार हो जाता है तो पूरा परिवार टूटने के साथ - साथ बर्वाद हो जाता है लोगो को स्वयं के साथ - साथ परिवार की चिंता करते हुये नशे के पदार्थो से दूर रहने की आवश्यकता है। 

तेज ठंड में न निकले घर से बाहर - 

इस समय ठंड का असर मध्यम चल रहा है जैसे जैसे दिसम्बर माह निकलेगा ठंड का असर और अधिक बड़ेगा ठंड में सर्वाधिक मामले हार्ट एवं ब्रेन अटैक के सामने आते है तेज ठंड सामान्य इंसान के लिये हानिकारक है तो वहीं बीपी, शुगर, कोलेस्ट्रॉल अथवा अन्य गम्भीर बीमारी से ग्रषित इंसान के लिये ठंड का अटैक डबल रूप से कार्य करता है अतः जो लोग बीमार है अथवा जिनकी उम्र अधिक है उन्हें ठंड के दौरान सावधानी बरतने की आवश्यकता है क्योंकि दिसम्बर एवं जनवरी माह तेज ठंड के लिये जाने जाते है ऐसे में गम्भीर रूप से बीमार अथवा 60 पार इंसानों के लिये हार्ट एवं ब्रेन की बीमारी से बचने के लिये ठंड से बचाव करने की आवश्यकता है।



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