गीता हमें कर्म पद पर चलना सिखाती है- प्राचार्य गुप्ता - Badarwas



सागर शर्मा बदरवास - बिगत दिवस बुधवार मोक्षद । एकादशी । गीता हमें कर्म पद पर चलना सिखाती है - प्राचार्य महेंद्र गुप्ता घर-घर गीता का प्रचार हो, सदाचार और सद विचार हो पहले सा मेरा भारत येजगतगुरु फिर एक बार हो। संपूर्ण मध्य प्रदेश के कई महानगरों में गीता जयंती महोत्सव मनाया गया जिसमें प्रमुख रूप से राजधानी भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर में इस अवसर पर बेहद आयोजन हुए उज्जैन में लगभग 5108 विद्यार्थियों ने एक साथ बैठकर सामूहिक गीत के श्लोक का पाठ किया ऐसा ही आयोजन भोपाल में भी हुआ भोपाल के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सम्मिलित हुए गिनीज बुक आॉफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स मैं सम्मिलित किया गया है  माननीय मुख्यमंत्री जी के अथक प्रयास से इसको गिनीज बुक ए वर्ल्ड रिकॉर्ड में सम्मिलित किया गया है विश्व गीता प्रतिष्ठान उज्जैनी के तत्वाधान में बदरवास के सीएम राइज विद्यालय में गीता जयंती मोक्षदा एकादशी पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें लगभग 300 छात्र छात्राएं एवं कई शिक्षकों ने भाग लिया।

वसुदेव सुतं देवं-----  जगतगुरुं श्लोक बोलकर कार्यक्रम की शुरुआत की गई तत्पश्चात शिक्षक मुकेश शर्मा ने श्रीमद् भागवत गीता की सामान्य जानकारी पर प्रकाश डाला गीता भगवान श्री कृष्ण के मुख से निकली हुई वाणी है भगवान श्री कृष्ण कहते हैं गीता मेरा हृदय है जो उपदेश कुरुक्षेत्र में अर्जुन को दिया था वही श्रीमद् भागवत गीता है।

इसमें 700 श्लोक हैं 18 अध्याय हैं कर्म योग ,भक्ति योग, ज्ञान योग की चर्चा गीता जी में की गई है लगभग 45 मिनट में यह गीत जी सुनाई गई थी हमें करम पथ पर चलने के लिए पग पग पर इसकी आवश्यकता है भगवान कृष्ण के उपदेशों को जीवन में आत्मसात करें यह बात मुकेश शर्मा ने कही प्राचार्य महेंद्र गुप्ता सर ने कहा गीत हमें निरंतर कर्म करने की प्रेरणा देती है तत्पश्चात देवेंद्र शर्मा शिक्षक द्वारा गीता जी के त्रितीय अध्याय कर्म योग का वचन एवं पाठन छात्राओं एवं सभी शिक्षकों ने किया अंत में कल्याण मंत्र एवं सामूहिक प्रार्थना वह शक्ति हमें दो दयानिधि हुई कक्षा 8 के छात्र सुलभ पाठक को पांच गीता जी के श्लोक सुन ने पर श्रीमद् भागवत गीता एवं ₹100 का पुरस्कार राशि मुकेश शर्मा द्वारा प्रदान की गई ।

कार्यक्रम में प्राचार्य गुप्ता सर ,राजेश नामदेव सर, श्रीमती मीना शर्मा, मोहन कुशवाह शिक्षक, मुकेश शर्मा शिक्षक, देवेंद्र शर्मा शिक्षक ,संजीव चतुर्वेदी शिक्षक, सीताराम ओझा शिक्षक ,रामदुलारी रघुवनशी, देवेंद्र भारती सर,आदि शिक्षक गण उपस्थित रहे आभार व्यक्त संजीव चतुर्वेदी द्वारा किया गया।

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