ग्वालियर - इस समय ग्वालियर ठगों का गढ़ बन गया है पिछले 5 दिन में ठगों ने पांच लोगों को डिजिटल अरेस्ट कर बंधक बनाया है इन पांच दिनों में आयुर्वेदिक डॉक्टर को डिजिटल अरेस्ट कर 21 लाख की ठगी की घटना के बाद भी लगातार प्रकरण पुलिस के सामने आ रहे हैं। बीती रात कनाडा से वाया इंदौर पुलिस के पास पहुंचे फोन के बाद शहर पुलिस ने सुबह 9 बजे से रात 1:40 बजे तक डिजिटल अरेस्ट रहे ऑटो पार्ट्स कारोबारी को 17 घंटे बाद मुक्त कराया। इस घटना के बाद रिटायर्ड बैंक मैनेजर को 24 घंटे डिजिटल अरेस्ट करके रखा है.. शनिवार सुबह 12:00 बजे पुलिस ने रिटायर्ड बैंक मैनेजर की रिश्तेदारों की सूचना पर उनके घर पहुंच कर उनको मुक्त कराया... दोनों घटनाओं में यदि पुलिस समय पर नहीं पहुंचती तो दोनों दंपति पैसे डालने के लिए तैयार हो गए थे।
बता दें कि पिछले 24 घंटे में डिजिटल अरेस्ट के शिकार हुए हरिशंकरपुरम साइनी अपार्टमेंट निवासी कारोबारी जसपाल आहूजा व उनकी पत्नी अमरजीत इतनी डरी हुई थीं कि एएसपी ने फोन पर जब उन्हें समझाने की कोशिश की तो जसपाल बोले कि ऐसा कुछ नहीं है, वो तो मदद कर रहे हैं। उन्हें मुक्त कराने पहुंची पुलिस के लिए कारोबारी ने आधा घंटे तक दरवाजा ही नहीं खोला। जब दरवाजा खोला और सामने खाकी वर्दी में पुलिस को देखा तो व्यापारी के पसीने छूट गए। ठगों ने सुबह 9 बजे के बाद व्यापारी की पत्नी के मोबाइल नंबर पर फोन कर नंबर का साइबर फ्रॉड व अन्य ठगी के मामलों में उपयोग होने और सीबीआई से गिरफ्तारी का ऑर्डर होने की बात कही। साथ ही उन्हें किसी से संपर्क न करने के निर्देश दिए।
ठगों ने कहा कि जिससे भी संपर्क करोगे वह भी आरोपी बनेगा। एएसआई विभूति नारायण मिश्रा ने साइनी अपार्टमेंट में 104 फ्लैट की डोर बेल बजाई, लेकिन जसपाल ने करीब आधा घंटे के बाद दरवाजा खोला। एएसआई ने बताया कि वह डरे हुए थे। उनका फोन बंद कर उन्हें पानी पिलाकर समझाया। डीएसपी किरण अहिरवार ने करीब डेढ़ घंटे व्यापारी की काउंसलिंग कर उन्हें ठगों के डर से मुक्त कराया।
इस घटना के बाद इन ठगों ने बैंक से रिटायर्ड मैनेजर और उनकी पत्नी को ठगों ने डिजिटल अरेस्ट किया है। पहले TRAI (टेलीकॉम रेगूलेटरी ऑथोरिटी ऑफ इंडिया) से कॉल आया, उसके बाद CBI ऑफिसर ने बात की कहा कि आपके आधार कार्ड से सिम इश्यू कराने के बाद जेए एयरवेज के नरेश गोयल को 538 करोड़ रुपए का लेन-देन किया गया है। ठगों ने शुक्रवार सुबह 9 बजे कॉल किया था। इसके बाद दंपती घबरा गया। CBI ऑफिसर ने कहा कि आप बुजुर्ग हैं इसलिए पुलिस नहीं भेज रहे हैं, लेकिन मिश्रा जी आप डिजिटल अरेस्ट हो। इसके बाद उनको इतना दहशत में रखा कि वह किसी से कुछ नहीं कह पाए। शनिवार सुबह 11.30 बजे पुलिस ने रिटायर्ड बैंक मैनेजर के रिश्तेदार की सूचना पर उनके घर पहुंचकर उनको मुक्त कराया है। यदि पुलिस समय पर नहीं पहुंचती तो दंपती कैश डालने के लिए तैयार हो गया था।