अवैध शराब बेच रहे लोगों ने आदिवासियों को किया लहूलुहान, चार हुये घायल, सहरिया क्रांति ने थाने पर किया प्रदर्शन - Shivpuri



शिवपुरी - अवैध शराब की दुकान चलाने वाले लोगों ने ड़बिया गाँव में आदिवासियों पर हमला बोलकर उनको लहूलुहान कर दिया सुरवाया थाना क्षेत्र में घटित हुई इस घटना के बाद सहरिया क्रांति से जुड़े आदिवासी आक्रोशित हो गए और उन्होने अवैध शराब की दुकानें हटाने को थाने पर प्रदर्शन किया थाना प्रभारी के कार्यवाही के आश्वासन के बाद आदिवासी थाने से वापस गए फरियादी महेन्द्र पुत्र विजय सिंह आदिवासी, उम्र 28 वर्ष, निवासी ग्राम डबिया ,लख्खी आदिवासी, उम्मेद आदिवासी, और रामकुमार आदिवासी के साथ थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज करवाई घटना की जानकारी देते हुए महेन्द्र ने बताया कि 31 अक्टूबर 2024 की रात करीब 9 बजे धाम गूगर में पृथ्वी कुशवाह से शराब की कीमत को लेकर विवाद हुआ था।

महेन्द्र ने शिकायत में कहा कि अवैध शराब की दुकान चला रहे पृथ्वी कुशवाह उनसे शराब के क्वार्टर का 140 रुपये मांग रहा था, जबकि आमतौर पर इसकी कीमत 80 रुपये होती है। इस पर महेन्द्र ने इसका विरोध किया। इसके बाद, उनके साथ मौजूद लब्बी आदिवासी ने दुर्ग सिंह चौहान से अपनी गिरवी रखी जमीन वापस करने की बात कही इसी बात पर दुर्ग सिंह चौहान, कल्ला कुशवाह, बन्दभान चौहान और पृथ्वी कुशवाह ने लाठी लेकर हमला कर दिया और उनके साथ मारपीट शुरू कर दी।

महेन्द्र ने आरोप लगाया कि दुर्ग सिंह चौहान और उसके साथियों ने उन्हें जातिसूचक अपशब्द कहे और माँ-बहन की गालियाँ भी दीं जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो पृथ्वी कुशवाह ने उनके माथे पर लाठी से वार किया, जिससे उनके माथे पर गहरी चोट लगी और खून निकल आया उन्हें बचाने आए लख्खी आदिवासी को दुर्ग सिंह चौहान ने सिर के पीछे और दाहिने कान पर लाठियों से मारकर घायल कर दिया, जिससे उन्हें गहरी चोटें आईं और खून बहने लगा इसी दौरान, उम्मेद आदिवासी को कल्ला कुशवाह ने लाठी से मारा, जिससे उनके बाएं गाल और पीठ पर चोटें आईं रामकुमार आदिवासी के पीठ पर भी चन्द्रभान चौहान ने लाठी से प्रहार किया, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं।

इस घटना को नारायण आदिवासी और गिरजाशंकर आदिवासी ने अपनी आँखों से देखा और उन्होंने घायलों को बचाया फरियादी महेन्द्र ने बताया कि आरोपियों ने धमकी दी कि यदि उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई तो उन्हें जान से मार देंगे रात में सुरक्षित थाने पहुंचना संभव नहीं था, इसलिए अगले दिन सभी ने मिलकर रिपोर्ट दर्ज करवाई।

पुलिस ने फरियादी महेन्द्र और अन्य घायलों की रिपोर्ट पर भारतीय दंड संहिता की धारा 1, 2, 3, 296, 115(2), 351(2), 3(5) और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम, 1989 के संशोधित प्रावधानों के तहत मामले को दर्ज कर लिया है पुलिस ने आश्वासन दिया है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी और मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी सहरिया क्रांति संयोजक संजय बेचैन के साथ सेंकड़ों आदिवासी थाने पर पहुँच गए जिहोने अवैध शराब की दुकान तत्काल बंद कराने की माँग की ।

Post a Comment

Previous Post Next Post

संपर्क फ़ॉर्म