सागर शर्मा शिवपुरी - अभी रबी फसल के लिए किसानों को खाद का वितरण किया जा रहा है समाचार पत्र एवं विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर डीएपी खाद की कमी को लेकर समाचार प्रसारित किए जा रहे हैं! इस संबंध में किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के उपसंचालक ने जानकारी देते हुए बताया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डीएपी का आयात न होने की स्थिति में डीएपी की कमी है, परंतु जिले को जिस प्रकार डीएपी खाद उपलब्ध होता है उसका वितरण किसानों को लगातार किया जा रहा है! इसके अलावा डीएपी के विकल्प के तौर पर एनपीके उर्वरक और सिंगल सुपर फास्फेट+यूरिया का उपयोग भी किसानों द्वारा बड़ी मात्रा में किया जा रहा है एनपीके उर्वरक का उपयोग डीएपी के विकल्प के तौर पर करने के लिए जिले के एक लाख से अधिक किसानों को एसएमएस के माध्यम से सलाह दी गई है! इसके अलावा विभागीय स्थानीय अमले द्वारा किसानों से संपर्क कर एनपीके उर्वरक से खेती में होने वाले लाभ के बारे में बताते हुए उपयोग की सलाह दी जा रही है!
क्योंकि विगत कई वर्षों से किसान डीएपी उर्वरक का उपयोग आधार खाद के रूप में फसलों में करते आए हैं जिसके कारण एनपीके उर्वरक के उपयोग को लेकर किसानों को जागरूक होने की जरूरत है!
प्रगतिशील किसानों ने साझा किये अनुभव, अन्य किसान भाइयों को एनपीके उर्वरक उपयोग की दे रहे हैं सलाह
जिले के कई प्रगतिशील किसानों द्वारा एनपीके उर्वरक का उपयोग पिछले कई वर्षों से किया जा रहा है और अच्छे परिणाम भी प्राप्त हुए हैं! अच्छी उपज मिलने के बाद कई प्रगतिशील किसानों ने अपने अनुभव साझा करते हुए किसान भाइयों को एनपीके उर्वरक का उपयोग करने की सलाह दी है!
शिवपुरी विकासखंड के ग्राम सिंहनिवास निवासी प्रगतिशील किसान धर्मेंद्र रावत ने बताया कि वह पिछले 3 वर्ष से अपने खेतों में एनपीके उर्वरक का ही उपयोग कर रहे हैं और इससे बेहतर परिणाम प्राप्त हुए हैं! अच्छी उपज उन्होंने प्राप्त की है! इससे किसान की लागत भी कम लगती है!
जिले में खाद की उपलब्धता
अभी तक जिले में 8852 मीट्रिक टन डीएपी खाद प्राप्त हुआ है, जिसमें 7861 मीट्रिक टन डीएपी का वितरण किसानों को किया गया है और वर्तमान में 991 मीट्रिक टन डीएपी उपलब्ध है जिले में एनपीके उर्वरक 12780 मीट्रिक टन प्राप्त हुआ है जिसमें से 8838 मीट्रिक टन का वितरण हो चुका है और अभी 3942 मीट्रिक टन एनपीके उपलब्ध है एनपीके उर्वरक की रैक लगातार जिले को प्राप्त हो रही है, जो डीएपी के विकल्प के रूप में उपयोग किया जा रहा है!