कोरोना + वैक्सीन + ठंड के मिश्रण से बड़ रहे है हार्ट अटैक के मामले, बचाव के लिये - ठंड में कम निकलना, नियमित व्यायाम एवं पौष्टिक भोजन से ही रह सकते है सुरक्षित - Kolaras



कोलारस - नवम्बर माह के मध्य से ठंड का असर धीरे - धीरे बड़ा है और ठंड का असर दिसम्बर से लेकर जनवरी माह में और अधिक बड़ेगा ठंड का मौसम जहां स्वस्थ्य मनुष्यों के लिये अनुकूल है वहीं दूसरी ओर हार्ट, ब्रेन, सुगर, बीपी से लेकर कोलेस्ट्रॉल जैसे मरीजों के लिये ठंड में अपने आपको बचाना ही लाभ दायक है कोरोना से ग्रेषित मरीज एवं उसके ऊपर बैक्सीन ने आग में घी डालने का कार्य किया है कोरोना के बाद बैक्सीन लगवाने वाले लोग यदि किसी बीमारी से ग्रेषित है तो उन्हें अपने आपको सुरक्षित रखने की आवश्यकता है उसमें सबसे बड़ा उपाय ठंड में न निकलना, नियमित व्यायाम धूप निकलने के बाद, संतुलित तीन से चार बार भोजन सलाद या दलिया का अधिक से अधिक इस्तमाल लोगो को हार्ट, ब्रेन अटैक से बचा सकता है। 

विश्व की यूनिवर्सिटियों में सोध चल रहा है कि जिन मरीजों का कोरोना के दौरान हार्ट, लग्ंस एवं शरीर के अन्य हिस्से वायरस के कारण प्रभावित हुये है उसके बाद सरकारों ने कोरोना से बचाने के लिये जल्द बाजी में बैक्सीन के एक से लेकर तीन डोज लगवा दिये उन लोगो में ज्यादातर हार्ट, ब्रेन अटैक के मामले ज्यादा मात्रा में देखने को मिल रहे है हम बात शिवपुरी जिले की ही करें तो बीते नवम्बर माह में हार्ट अटैक के कई मामले सामने आ चुके है जिनमें ज्यादातर लोग कोरोना की बीमारी के बाद बैक्सीन के डोज लगवा चुके थे आने वाले दिसम्बर एवं जनवरी माह में ठंड का प्रकोप और अधिक तीखा होने वाला है ऐसे में लोगो को एक नहीं बल्कि कई सावधानियां वरतने की आवश्यकता है जिनमें मुख्य रूप से सबसे बड़ा बचाव सूर्य उदय के तीन घण्टे बाद बीमार लोग घरों से बाहर निकले और सूर्य अस्त के बाद घर से बाहर न निकले जिन लोगो को कोरोना हो चुका है और बैक्सीन लगवा चुके है साथ ही  हार्ट, ब्रेन, सुगर, बीपी से लेकर कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारियों से ग्रेषित है ऐसे लोगो को ठंड के बचाव के साथ - साथ नियमित व्यायाम एवं संतुलित भोजन जिसमें सलाद, दलिया जैसे खाद्य पदार्थों को दिन में तीन से चार बार लेने की आवश्यकता है साथ ही जिन खाद्य पदार्थो से  ठंडक पहुंचती हो ऐसे पदार्थो का सेवन न किया जाये साथ ही मैदा, तले - भुने पदार्थो के साथ - साथ शक्कर से बनने वाली मिठाईयों का उपयोग कम से कम करके ही लोग अपने आपको गम्भीर बीमारियों से बचाव कर सकते है। 


Post a Comment

Previous Post Next Post

संपर्क फ़ॉर्म