रानी लक्ष्मीबाई जयंती पर कन्या उमावि बदरवास में कार्यक्रम आयोजित कर शौर्य,वीरता को किया याद, छात्राएं वीरांगना लक्ष्मीबाई के त्याग और बलिदान से लें प्रेरणा :- अवस्थी - Badarwas




देवेन्द्र शर्मा बदरवास - भारत की अमर वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की जयंती  बदरवास के शासकीय कन्या उमावि में  कार्यक्रम आयोजित कर मनाई गई कार्यक्रम में रानी लक्ष्मीबाई के त्याग, बलिदान और शौर्य से उपस्थित छात्राओं को अवगत कराया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ रानी लक्ष्मीबाई के छायाचित्र पर उपस्थित अतिथियों ने माल्यार्पण, पुष्पांजलि तथा दीप प्रज्वलन से किया रानी लक्ष्मीबाई के जीवन चरित्र से छात्राओं को अवगत कराते हुए शिक्षक गोविन्द अवस्थी ने कहा कि देश की आजादी के लिए हुए प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में रानी लक्ष्मीबाई ने शौर्य, वीरता, निडरता और साहस से अंग्रेजी सेना के दांत खट्टे कर दिए थे इसलिए भारतीय इतिहास में उनका बलिदान अमर और अविस्मरणीय हो गया तथा संपूर्ण राष्ट्र की सदैव वंदनीय हैं रानी लक्ष्मीबाई का राष्ट्र प्रेम, समर्पण और त्याग भावना भारतीय इतिहास में स्वर्णाक्षरों से दर्ज है।

व्याख्याता दिनेश शर्मा ने बोलते हुए छात्राओं को रानी लक्ष्मीबाई के गुणों को ग्रहण कर परिस्थितियों से जूझने को प्रेरित किया शिक्षिका ममता श्रीवास्तव ने कहा कि सभी अपने जीवन में लक्ष्मीबाई जैसे सद्गुणों को ग्रहण करने पर बल दिया शिक्षक कपिल परिहार ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान परिवेश में अगर लक्ष्मीबाई बनना है तो अपने कर्तव्य और राष्ट्रहित में सदैव संलग्न रहें और सफलता का आयाम तय करें राजेश मिश्रा ने रानी लक्ष्मीबाई की वीरता और बलिदान पर प्रकाश डाला प्रभारी प्राचार्य चंद्रवीरसिंह सेंगर ने इस अवसर पर छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा कि सभी को रानी लक्ष्मीबाई के गुणों को आत्मसात कर अपने सद्गुणों के बल पर नाम रोशन करना चाहिए प्रेरणा गीत शशि गुप्ता ने तथा कार्यक्रम संचालन ममता यादव ने किया।

इस अवसर पर चंद्रभान श्रीवास्तव,चंपालाल कुशवाह,बसंती मिंज,उदयसिंह रावत, मिथलेश मीणा, विनीता कुशवाह, सोनिया भदकारिया, शैलेंद्र भदौरिया, महेंद्र कुशवाह, नावेद अली, शालिनी श्रीवास्तव, हरवीर यादव, दलवीरसिंह, निर्मला शर्मा, हितेंद्र कुशवाह, बलराम परिहार सहित बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित रहीं।

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