धनतेरस पर जमकर खरीददारी के साथ भगवान धनवंत्री - कुवेर जी की पूजा के साथ मनाई गई धनतेरस, रूपचतुर्दशी-नरकचतुर्दशी पर्व बुधवार को मनाया जायेगा - Kolaras



कोलारस - आज मंगलवार 29 अक्टूबर को भगवान धनवंत्री - कुवेर जी की पूजार्चना के साथ-साथ बाजारों में जमकर खरीददारी के साथ मनाई गई धनतेरस आज यानि मंगलवार 29 अक्टूवर से दीपोत्सव पर्व प्रारम्भ हुआ इस बार अमावश्य दो दिन पड़ने के कारण दीपोत्सव पर्व 5 दिन की जगह 6 दिन तक मनाया जायेगा हमारे द्वारा जगतगुरू स्वामी श्री घनश्यामाचार्य जी महाराज के मुख्य केन्द्र माने जाने वाले झालरिया मठ डीडवाना राजस्थान से जारी पत्र में स्पष्ट उल्लेख है कि आमावश्य 31 अक्टूबर एवं 01 नवम्बर को पड़ रही है किन्तु लक्ष्मी पूजन का मुख्य पर्व की पूजा सभी लोग 01 नवम्बर शुक्रवार के दिन ही करें इस संबंध में स्वामी श्री केशवाचार्य जी महाराज से चर्चा की गई तो उनका कहना था कि श्रीधाम वृन्दावन से लेकर अयोध्या धाम तक सभी जगह 01 नवम्बर शुक्रवार के दिन ही दीपोत्सव का मुख्य पर्व लक्ष्मी पूजन मनाया जा रहा है 30 अक्टूबर बुधवार को नरक चतुर्दशी एवं रूप चतुर्दशी का पर्व मनाया जायेगा इस दिन यम देव एवं मां सरस्वती जी की पूजन अर्चना सभी लोगो को करना चाहिये अगले दिन 31 अक्टूबर गुरूवार को छोटी दीपावली का पर्व मनाया जायेगा इस दिन लोग देवी देवताओं एवं मंदिरों में जाकर दीप दान के साथ अन्न एवं वस्त्रों का दान निर्धन, कन्या, गरीब ब्राहा्रण एवं मंदिर के पुजारियों को करें जिससे वर्ष भर तक लोगो का भण्डारा भरा रहेगा अगले दिन 01 नवम्बर को दीपोत्सव का मुख्य पर्व लक्ष्मी पूजन मनाया जायेगा इस दिन वृष्व लग्न में शाम 05 बजे से 06ः30 बजे तक मां लक्ष्मी, मां सरस्वती एवं प्रथम पूज्य गणेश जी की पूजा एक साथ घरों से लेकर प्रतिष्ठानों पर करें जिससे वर्ष भर तक मां लक्ष्मी जी की कृपा सभी पर बने रहेगी इसी क्रम में पांचवे दिवस में 02 नवम्बर शनिवार को भगवान श्रीकृष्ण जी के स्वारूप गोर्वधन नाथ की पूजा दोपहर के समय सभी लोगो को आवश्य रूप से करें, दीपोत्सव के छटवे दिवस रविवार 3 नवम्बर को भाई दौज का पर्व मनाया जाता है इस दिन मां यमुना जी ने यमराज जी को तिलक किया था तभी से दीपावली के तीसरे दिन भाई दौज का पर्व मनाने की परम्परा त्यौहार के रूप में चली आ रही है इस दिन यमुना जी में बहन अपने भाई के माथे पर मंगल तिलक करती है उस भाई को यम यातना से मुक्ति मिल जाती है ऐसी मान्यता है कुल मिलाकर कल मंगलवार से लेकर रविवार 3 नवम्बर को भाई दौज के साथ 06 दिवसीय पर्व मनाया जायेगा।  



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