कोलारस - शुक्रवार 06 सितम्बर से लेकर 17 सितम्बर अन्नत चतुर्दशी तक लगातार त्यौहारों के रूप में वृत उपवास का क्रम जारी रहेगा 17 सितम्बर मंगलवार की दोपहर से कनागत यानि की श्रृाद पक्ष प्रारम्भ हो जायेगें।
शुक्रवार 06 सितम्बर को पिताजी के रूप में देव माने जाने वाले भगवान महादेव जी को प्राप्त करने के लिये मां पार्वती ने हरितालिका वृत तीज के दिन रखा था तभी से हरितालिका का वृत उपवास महिलाऐं रखती है और हरितालिका तीज का पर्व शुक्रवार को मनाया जायेगा अगले दिन पुत्र भगवान गणेश जी का प्रकट उत्सव अगले 10 दिनों तक भगवान श्रीगणेश जी की प्रतिमा रख कर घर - घर भगवान गणेश की पूजा की जायेगी इसके अगले दिन 08 सितम्बर रविवार को ऋषिओं को प्रसन्न करने के लिये महिलाऐं ऋषि पंचमी का वृत उपवास रखती है इसके अगले दिन 09 सितम्बर को शादी विवाह के बाद मोहर के रूप में मुकुट का विसर्जन नदी या जालशय में करने की परम्परा है जिसे विवाहित हुये परिवारों में यह परम्परा आज भी निभाई जाती है इसके अगले दिन 10 सितम्बर को संतान की दीर्घायु के लिये माताऐं संतान सप्तमी का वृत उपवास रखने के साथ पूजा अर्चना करती है इसके अगले दिन 11 सितम्बर को किशोरी श्री राधा रानी जी का प्रकट उत्सव मनाया जायेगा इसी क्रम में 14 सितम्बर को जल झूलनी एकादशी का वृत उपवास है इस दिन भगवान श्री कृष्ण को जलाशय में स्नान कराने की परम्परा है 17 सितम्बर को अन्नत चतुर्दशी का पर्व मनाया जायेगा इस दिन गणेश उत्सव का समापन भी होता है साथ ही इस बार 17 सितम्बर की दोपहर को पूर्णिमा वृत प्रारम्भ होने से मंगलवार की दोपहर से ही 16 दिवसीय श्रृाद पक्ष भी आगामी 02 अक्टूबर तक के लिये प्रारम्भ हो जायेंगे।