कोलारस - कोलारस परगने के ग्राम बैड़ारी के किसान नेता अनिल जादौन ने प्रेस रिलीज के माध्यम से बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा कोलारस द्वारा आगामी 06 दिसम्बर शुक्रवार की सुबह 11 बजे कोलारस के एचडीएफसी बैंक के सामाने कोलारस परगना सहित आस पास के किसान 05 सूत्रीय मांगो को लेकर मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री के नाम कोलारस एसडीएम को ज्ञापन सौंपेंगे कोलारस क्षेत्र के समस्त किसान भाईयों से किसानों की मांग के संबंध में सौंपे जाने वाले ज्ञापन में सभी किसान भाईयों से शुक्रवार की दोपहर 11 बजे शामिल होने की अपील की गई है किसान कोलारस एचडीएफसी बैंक से कोलारस एसडीएम कार्यालय तक पैदल मार्च निकालकर किसानों की समस्या के संबंध में ज्ञापन सौंपेंगे।
ज्ञान के अनुसार - विगत कुछ वर्षाे से देश में लगातार देखने में आ रहा है कि किसान द्वारा उत्पादित फसलों का किसान को उचित भाव नहीं मिल पा रहा है और खेती हमारे लिए घाटे का सौदा बनती जा रही है।
वहीं फसल जब तक किसान के हाथ में होती है तब तक उसके भाव न्यूनतम स्तर पर रहते हैं और जैसे ही फसल व्यापारी के हाथ में पहुंच जाती है तो उसके भाव अनायास ही आसमान छूने लगते हैं ऐसा केंद्र व प्रदेश शासन की गलत नीतियों व निर्णयों के कारण हो पा रहा है इस संदर्भ में प्रदेश सरकार का ध्यान आकर्षित कराने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा दिनांक 06/09/2024 शुक्रवार को सुबह 11ः00 बजे एचडीएफसी बैंक के सामने, राई रोड से पैदल मार्च के रूप में एसडीएम कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री व कृषि मंत्री के नाम निम्न मांगों का ज्ञापन एसडीएम कोलारस को सौपा जायेगा -
1. प्रदेश में किसानों को मक्का का न्यूनतम समर्थन मूल्य दिलाने के लिए सभी मंडियों, उपमंडियों व सोसायटियों में आगामी 01 अक्टूबर से सरकारी कांटे लगाकर सरकारी खरीद की व्यवस्था आवश्यक रूप से कराई जाए।
2. प्रदेश में सोयाबीन का न्यूनतम भाव रुपये 6,000 /- प्रति क्विंटल एवं मक्का का न्यूनतम भाव रुपये 2,500/- प्रति क्विंटल निर्धारित किया जाए।
3. धान के निर्यात पर लगने वाले कर में की गई बढ़ोत्तरी को वापस करने के लिए केंद्र सरकार
से सिफारिश की जाए।
4. देश में पाम ऑयल के आयात पर पूर्णतः रोक लगाने एवं उसे गैरकानूनी बनाने के लिए केंद्र सरकार से सिफारिश की जाए खाद्य तेल में पाम ऑयल मिलाकर जहां एक ओर पूंजीपति मोटा मुनाफा कमा रहा है, वहीं उसका उपयोग करके देशवासी हार्टअटैक जैसी गंभीर बीमारियों का शिकार होकर अपनी जान से हाथ धो रहे हैं साथ ही किसान को भी तिलहनी फसलों का उचित भाव नहीं मिल पा रहा है।
5. कोलारस क्षेत्र में आवारा पशुओं व जंगली जानवरों से फसल को बचाना किसान के लिए मुश्किल होता जा रहा है ऐसे में क्षेत्र को इससे निजात दिलाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं।
अतः आप सभी साथी 06 सितम्बर को सुबह 11ः00 बजे कोलारस पहुंचकर किसानों की लड़ाई में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें ।