कोलारस - भ्रष्टाचार किस हद तक हावी हो चुका है जहां कोलारस विधानसभा क्षेत्र में आकर देखा जा सकता है आम लोग तो दूर की बात है मण्डल अध्यक्षों से लेकर कार्यकर्ताओं तक भी शासकीय कार्यालयों में सुनवाई तक ठीक से नहीं हो रही है कोलारस विधानसभा क्षेत्र के शासकीय कार्यालयों में जाकर देखा जा सकता है जहां बिना लेन देन के कार्य कराना तो दूर की बात है बाबू बिना लेन देन के ठीक से बात तक नहीं करते यहां हालात यह हो चुके है कि 100 में से 99 बेईमान फिर भी कोलारस सबसे महान हम एक नहीं बल्कि अधिकांश विभागों में जनता की पीढ़ा को देख रहे है जहां आम लोग तो दूर की बात है विधानसभा से लेकर लोकसभा के चुनावों में पूरी तागत झोकने वाले कार्यकर्ताओं से लेकर मण्डल अध्यक्ष को भी जनता के कार्य कराने के लिये शासकीय कार्यालयों के चक्कर काटना पड़ रहे है।
भाजपा नेता यशपाल रावत से लेकर जनपद उपाध्यक्ष यादव भी लगा चुके है अधिकारियों पर आरोप - कोलारस विधानसभा क्षेत्र के ही भाजपा नेता यशपाल रावत जिनके परिवार में दो जिला पंचायत सदस्य मौजूद है यह स्वयं अपने नेता सिंधिया से कई बार अधिकारियों की मानमानी की शिकायत कर चुके है इनके अलावा कोलारस जनपद पंचायत की उपाध्यक्ष आशा देवी यादव भी कोलारस जनपद पंचायत के अधिकारियों पर विकास कार्य में 16 प्रतिशत कमीशन से लेकर कर्मचारियों के वेतन डालने तक में कमीशन लेने जैसे गम्भीर आरोप लगा चुकीं है किन्तु इन सबके बाबजूद भी अधिकारियों पर कार्यवाही करना तो दूर की बात है स्थानांतरण तक नहीं हुये।
संगठन पदाधिकारी से लेकर कार्यकर्ता साधे हुये है मौन -
कोलारस विधानसभा क्षेत्र में भाजपा मण्डल अध्यक्षों से लेकर एक आम कार्यकर्ता की बात करें तो विधानसभा चुनावों से लेकर लोकसभा के चुनावों में जी जान से मेहनत करने वालें कार्यकर्ताओं को जनता को दूर की बात है स्वयं के कार्य कराने के लिये शासकीय कार्यालयों में चक्कर काटना पड़ रहे है शासकीय कार्यालयों में फैला जबरदस्त भ्रष्टाचार चरम सीमा पर पहुंच चुका है जिसके चलते भाजपा कार्यकर्ताओं से लेकर आम लोगो में नाराजगी देखने को मिल रही है कार्यकर्ता प्रदेश से लेकर देश में सरकार होने के बाद भी उपेक्षा के चलते मौन साधे बैठे है कहीं ऐसा न हो आने वाले समय में आम लोगो से लेकर कार्यकर्ताओं की नाराजगी शांत पड़ी कांग्रेस को संजीवनी का कार्य न कर दें।
आज सब बैठे है उदास - कोलारस विधानसभा क्षेत्र की बात करे तो यह कुछ वर्ष पूर्व कांग्रेस का गढ़ माना जाता था जहां उपचुनाव के दौरान कांग्रेस उम्मीदवार को हराने के लिये प्रदेश की पूरी भाजपा सरकार लगी रही उसके बाद भी उपचुनाव में कोलारस विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विजय हुई उसके बाद राजनिति में बदलाव देखने को मिला जहां सिंधिया गुट के सभी कांग्रेसियों का भाजपा में विलय हो गया कांग्रेस कोलारस विधानसभा क्षेत्र में एक तरफा टूट चुकी उसके बाद रही सही कसर विधानसभा चुनावों से लेकर अभी तक देखने को मिल रही है जहां लोकल संगठन मचेवा दल से लेकर गुल्ला ठोक सभी ने भाजपा का साथ दिया किन्तु लोकल संगठन तो दूर की बात है भाजपा के मण्डल अध्यक्ष से लेकर कार्यकर्ताओं तक के शासकीय कार्यालयों में बाबू तक बात नहीं मान रहे यही कारण है कि कोलारस विधानसभा क्षेत्र में शांत बैठे भाजपा कार्यकर्ता एक - एक कर कार्यक्रमों से दूरी बनाकर ही अपना समय निकाल रहें है।