ईसरी - बूड़ाढोंगर में जैकेट उद्योग के प्रारम्भ होने के बाद बदरवास के करीब 1000 लोगो के सामने लटक सकती है वेरोजगारी की तलवार - Badarwas




सबसे ज्यादा चिंता एक सैंकड़ा जैकेट व्यापारियों के सामने की वह आगे कैसे करेंगे जीवन यापन 

बदरवास - कोलारस परगने की बदरवास तहसील मुख्यालय पर जैकेट के व्यापार में एक सैंकड़ा से भी अधिक व्यापारी लघु उद्योग के माध्यम से सैंकड़ों कारीगरों के साथ - साथ लेवर को भी रोजगार प्रदान कर रहे है कुल मिलाकर जैकेट के लघु उद्योग में बदरवास तहसील मुख्यालय पर व्यापारियों से लेकर कारीगर एवं लेवर को मिलाकर करीब एक हजार लोग जैकिट के व्यापार से अपना जीवन यापन कर रहे है बदरवास के ईसरी अथवा बूड़ाढोंगर में जैकेट उद्योग में बड़े व्यापारी के उतरने से छोटे व्यापारियों एवं दुकानदारों से लेकर कारीगर, लेवर सभी के सामने अपने जीवन यापन का संकट दिखाई दे रहा है।

बीते तीन दिन पूर्व कोलारस परगने के ग्राम ईसरी अथवा बूड़ाढोंगर में से एक गांव में जैकेट उद्योग के लिये प्रदेश सरकार ने अड़ानी कम्पनी से ग्वालियर में करार किया उसके उपरांत बदरवास तहसील मुख्यालय में जैकेट का उत्पादन करने वाले व्यापारियों से लेकर छोटे दुकानदारों के सामने व्यापार चौपट होने का डर सता रहा है चर्चा के दौरान बदरवास नगर के व्यापारियों एवं दुकानदारों ने बताया कि जब बदरवास के पास जैकेट का बड़ा व्यापार हो जायेगा तो कारीगरों से लेकर मजदूरों को काम तो मिल जायेगा किन्तु छोटे लघु उद्योग एवं दुकानदारों का व्यापार चौपट हो जायेगा जिसके चलते बदरवास नगर के एक सैकड़ा से अधिक जैकिट व्यापारी जैकेट उद्योग की स्वीकृति के बाद से टेंशन में है लघु उद्योग चलाने वाले जैकेट व्यापारी एवं दुकानदारों से लेकर कारीगर एवं लेवर भी टेंशन में है यदि बाहर के कारीगर और लेवर बड़े उद्योग में काम करने लगी तो बड़े उद्योग से कम्पटिशन करना आसान नहीं होगा ऐसी स्थिति में बदरवास नगर में जैकेट व्यापार से जुड़े करीब 1000 लोगों के सामने आने वाले समय में परिवार चलाने की परेशानी दिखाई दे रही है जिसके चलते जैकेट व्यापारी चाहते है कि जैकेट उद्योग बदरवास के गांवों की जगह दूसरे स्थान पर स्थानांत्रित होना चाहिये।


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