कोलारस - मौसम विभाग द्वारा पूर्व अनुमान में कोलारस में वारिश कई दिनों से दिखाई दे रही है किन्तु धरातल पर वारिश की जगह सूखा और सूखा ही चारो तरफ नजर आ रहा है किसानों से लेकर आम लोग सभी को वारिश का इंतजार है किन्तु वारिश की ऋतु में लोग जेठ जैसी गर्मी का सामना करने को मजबूर है मौसम विभाग द्वारा 01 जून से 30 सितम्बर तक वारिश ऋतु मानी गई है उस हिसाब से 16 जून निकल चुकी है यानि की डेढ़ माह वारिश का बीत चुका है किन्तु कुए, नदी, तालाब से लेकर नल कूपों में जल स्तर गर्मी की तरह अभी भी बहुत कम बना हुआ है वारिश न होने के कारण वाटर लेविल न बड़ने से कई क्षेत्रों में पीने के पानी से लेकर फसलें वारिश न होने से खराब हो रहीं है जहां बीते वर्ष कम वारिश होने के कारण गर्मियों में लोगो को पीने के पानी के लिये संघर्ष करते हुये देखा गया इस बार भी अभी तक डेढ़ माह में वारिश का स्तर बहुत कम होने से वारिश की ऋतु में गर्मी जैसे हालात देखने को मिल रहे है रविवार को अषाड़ माह के समाप्त होते ही श्रावण मास प्रारम्भ हो जायेगी किसानों से लेकर आम लोगो को उम्मीद है कि जिस प्रकार अषाड़ मास ने लोगो को राहत की जगह रूलाने का कार्य किया है शायद उसकी पूर्ति श्रावण एवं भादौ मास में हो जाये तो किसानों की फसल से लेकर पिछले वर्ष एवं चालू वर्ष में वर्षा का औसत आंकड़ा पार हो जाये तो फसल से लेकर आम लोगो को राहत मिल सके।