कोलारस - कोलारस परगने के अंतर्गत आने वाले खतौरा क्षेत्र की आशा सुपरवाइजर एवं आशा कार्यकर्ता का विवाद पहुंचा कोलारस तहसील कार्यालय आज से बिगत तीन दिन पूर्व आशा कार्यकर्ता ने अन्य कार्यकर्ताओं के साथ आकर कोलारस एसडीएम यादव को आशा सुपरवाईजर के खिलाफ शिकायती आवेदन दिया तो वही दूसरी ओर आज मंगलवार को आशा सुपरवाइजर द्वारा अन्य आशा कार्यकर्ताओं के अपने संघ लेकर कोलारस तहसील कार्यालय में नायब तहसीलदार सचिन भार्गव को उक्त आशा कार्यकर्ता द्वारा दिये गये आवेदन की जांच एवं उचित कार्यवाही का आवेदन लेकर पहुंची।
आवेदन के अनुसार - रेखा परिहार खतौरा में आशा सुपरवाईजर के पद पर पदस्थ होकर अपना कार्य लगन, मेहनत, ईमानदारी के साथ सम्पादित करती चली आ रही हूँ पुरानी रंजिश रखने वाली सुनीता परिहार आशा कार्यकर्ता द्वारा अन्य आशा कार्यकर्ता अखिलेख जाटव बिजरौनी, हेमलता प्रजापति-बरौद व सकुन जाटव बिजरौनी व अन्य आशा कार्यकर्ताओं को मीटिंग होना बताया जाकर कोलारस ले गई और मेरी गलत तथ्यों के आधार पर शिकायत कराई गई है जिसकी जानकारी मुझे समाचार पत्र के माध्यम से मिली है जिसमें दर्शाया गया है कि आशा सुपरवाइजर रूपयों की मांग करती है और हमारे साथ अभद्र व्यवहार करती है आदि दर्शाया गया है जबकि मेरे द्वारा किसी भी आशा कार्यकर्ता से कोई भी रूपयों की मांग नही की जाती है और न ही उनको परेशान किया जाता है और न ही मेरे पति द्वारा किसी आशा कार्यकर्ता से कोई अभद्र व्यवहार किया है उक्त शिकायत परेशान करने के उद्देश्य से सुनीता परिहार ने करवाई है।
आशा कार्यकर्ता हेमलता प्रजापति बरोद से बात की तो उसने स्पष्ट बोला कि उक्त सुनीता हमें मीटिंग के बहाने ले गई थी और हमारे नाम से जो आवेदन पत्र दिया गया है उसको हमें पढकर नही सुनाया जिसकी रिकॉडिंग भी मौजूद है।
सुनीता परिहार आशा कार्यकर्ता खतौरा द्वारा अन्य आशा कार्यकताओं को ले जाकर गलत तथ्यों के आधार पर परेशान करने के उद्देश्य से जो शिकायत की गई है उसकी जांच कर उसे निरस्त किया जाये एवं सुनीता के विरुद्ध कार्यवाही करने की मांग आवेदन पत्र के माध्यम से सुपरवाईजर रेखा परिहार द्वारा एसडीएम के नाम ज्ञापन देकर की गई है।