शिवपुरी - शासन द्वारा भीषण गर्मी एवं बढ़ते हुए तापमान में गौशालाओं में गौवंश एवं अन्य निराश्रित पशुओं की उचित देखभाल करने के संबंध में निर्देश जारी किए है।
जारी निर्देशों के तहत अत्याधिक गर्मी व बढ़ते हुए तापमान की स्थिति में गौशालाओं में गौवंश एवं पालतू पशुओं की उचित देखभाल हेतु निर्मित पशुशेड (टीनशेड) के ऊपर बोरी अथवा सूखाघास डालकर दिन में 04 से 05 बार पानी का छिडकाव सुनिश्चित करना चाहिए। खुली खिडकी व दरवाजों में बोरी की पल्ली बनाकर डालें जिसको गीला रखना आवश्यक है पशुओं को सुबह 10 बजे से पूर्व एवं शाम को 05 बजे के बाद नहलाएं एवं तालाबों में जाने दें। पर्याप्त पीने के पानी की व्यवस्था गौशालाओं एवं घरों में 24 घण्टे पर्याप्त मात्रा में रखे रात्रि के समय खिड़कियो एवं दरवाजो को खुला रखे गायो एवं पालतू पशुओं को सुबह एवं शाम को तापमान कम होने पर ही बाहर चरने अथवा घुमने छोड़े एवं पर्याप्त मात्रा में भूसा व हरा चारा, पशु आहार खिलावें निराश्रित गौवंश एवं पशुओं को खुले में पड़ी सड़ी गली सब्जी एवं फलों अथवा भोजन खाने से रोकें क्योंकि गर्मियो में पशुओं द्वारा दूषित चीजों के खाने से फूड पोइजनिंग की संभावना अधिक रहती है गौशाला एवं अन्य स्थानों पर निराश्रित गौवंश के बीमार होने की स्थिति में विभागीय टोल फ्री नम्बर 1962 (घर पहुंच पशु सेवा) पर कॉल कर पशु चिकित्सकों से परामर्श लें अथवा आवश्यकता पड़ने पर उपचार हेतु बुलाएं।
उपसंचालक पशुपालन डॉ.एम.सी.तमोरी ने गौसेवक एवं पशु प्रेमियों से अनुरोध किया है कि खुले में घूम रहे निराश्रित गौवंश को क्रियाशील गौशालाओं में पहुँचाने हेतु उचित प्रयास करें एवं चारे-भूसे अथवा पीने के पानी की समस्या होने पर अपने स्तर से प्रयास करें अथवा विभाग को सुचित करें।