रन्नौद - कोलारस अनुविभाग क्षेत्र के रन्नौद के अंतर्गत आने वाले ग्राम सूखाराजापुर में भव्य कलश यात्रा के साथ में श्रीमद् भागवत कथा का प्रारंभ हो गया है कथा के प्रथम दिवस पर आचार्य श्री बृजभूषण महाराज ने बताया कि श्रीमद् भागवत कथा तो कल्पवृक्ष है जो भी इसकी शरण में आता है मन वांछित फल भागवत की कृपा से उसको होता है जिस प्रकार मनुष्य कल्पवृक्ष के नीचे जाता है और जैसे उसके मन में जो विचार आते हैं उसी प्रकार उसको फल अपने आप प्राप्त हो जाता है उसी तरीके से जो मनुष्य भागवत कथा की शरण में आता है अवश्य ही भगवान उसकी इच्छा की पूर्ति करते हैं आचार्य जी ने कथा के प्रसंग में भक्ति का पावन प्रसंग सुनाया और कहा कि जिसके जीवन में भक्ति होती है वह मनुष्य परमात्मा को सहज में ही प्राप्त कर लेता है ज्ञान और वैराग्य तो भक्ति के पुत्र हैं उनकी प्राप्ति तो मनुष्य को अपने आप ही हो जाती हैं महाराज ने बताया कि गोकर्ण जी के द्वारा भागवत सुनने से उनका भाई धुंधुकारी मोक्ष को प्राप्त हुआ उसी प्रकार से अगर कोई भी व्यक्ति अपने परिवार में या कुटुंब में कोई भक्ति करने वाला है तो वह अपने परिवार का और उद्धारक भी बन सकता है इसलिए अपने परिवार में अपने घर में एक न एक भगवान का भक्त तो जरूर होना चाहिए जिसके मार्ग पर चल करके हम अपना कल्याण कर सकते हैं इस कथा का आयोजन 11 में से 17 में तक किया जा रहा है कथा का आयोजन पप्पू सिंह लोधी एवं समस्त परिवार जन करवा रहे हैं।