मध्य प्रदेश के चार चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार अपनी-अपने सीट से नामांकन कर रहे हैं मंगलवार को राजगढ़ सीट से कांग्रेस प्रत्याशी और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने साधारण तरीके से अपना नामांकन फार्म जमा किया।
जहां इस बार कांग्रेस प्रत्याशियों के नामांकन दाखिले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी से लेकर सभी बड़े नेता पहुंच रहे हैं, वहीं दिग्विजय सिंह के नामांकन में एक भी बड़े नेता नहीं दिखे। हालांकि दिग्विजय सिंह ने दो दिन पहले ही कार्यकर्ताओं को नामांकन में नहीं पहुंचने के लिए आग्रह किया था। दिग्विजय सिंह ने शुभमुहूर्त में अपना नामांकन जमा किया। इस दौरान दिग्विजय सिंह के साथ समर्थकों का कोई भी लाव लश्कर मौजूद नहीं था। महज 5 लोग मौजूद थे, जिसमें दिग्विजय सिंह, पत्नी अमृता सिंह, अधिवक्ता, एक मजदूर व एक किसान थे।
36 साल बाद राजगढ़ से लड़ रहे हैं लोकसभा चुनाव
गौरतलब है कि एमपी के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह 33 साल बाद राजगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। यह सीट दिग्विजय सिंह परिवार का गढ़ माना जाता है। यहां से दिग्विजय सिंह खुद 2 बार, जबकि उनके छोटे भाई लक्ष्मण सिंह 4 बार सांसद चुने जा चुके हैं। आगामी लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने इस बार दिग्विजय सिंह को फिर से इस सीट से चुनाव मैदान में उतारा है, जबकि उनके प्रतिद्वंदी के रूप में बीजेपी ने रोडमल नागर को अपना उम्मीदवार बनाया है।
बीजेपी ने एक दिन पहले दिखाई थी ताकत
बीजेपी ने राजगढ़ से अपने प्रत्याशी रोडमल नागर को एक दिन पहले नामांकन फार्म जमा कराया है। इस दौड़ बीजेपी ने अपनी ताकत दिखाई थी। रोडमल नागर के नामांकन के दौरान सीएम डॉ. मोहन यादव, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, मंत्री विश्वास सारंग मौजूद रहे। साथ ही क्षेत्रीय नेता और कार्यकर्ता पहुंचे थे।
कार्यकर्ताओं से दिग्विजय सिंह ने की थी अपील
दो दिन पहले ही दिग्विजय सिंह ने अपने कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया था कि वे नामांकन के दौरान कार्यालय पहुंचने की बिल्कुल भी कोशिश नहीं करेंगे।दिग्विजय सिंह ने अपने कार्यकर्ताओं से अपील की थी कि नामांकन जमा करने के दौरान साथियों और कार्यकर्ताओं के लिए ताकत प्रदर्शित करने का अवसर होता है, परन्तु मेरा निवेदन है कि जिस वक्त मैं अपना पर्चा दाखिल करूं, उस वक्त आप मेरी बजाय मतदाताओं के बीच रहें। आप अपने-अपने पोलिंग बूथ पर जाकर बूथ कमेटी की मीटिंग करें। दिग्विजय के आह्वान का असर यह रहा कि कोई भी कार्यकर्ता दिग्विजय के नामांकन फार्म जमा कराने के समय पर नहीं पहुंचा।