शिवपुरी - गुना-शिवपुरी लोकसभा क्षेत्र से भाजपा एवं कांग्रेस दोनो ही प्रमुख दलों ने आगामी अप्रैल-मई माह में होने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर तैयारियां प्रारम्भ कर दी है दोनो ही दल जीतने वाले प्रत्याशियों के नामों को लेकर जनता के बीच सर्वे से लेकर जनता की ओपीनियन लेने में जुटे हुये है गुना लोकसभा वर्तमान में भाजपा के पास है और कांग्रेस गुना लोकसभा सहित मध्यप्रदेश में 50-50 सीट जीतने की कोशिश में जुटी हुई है जिसको लेकर कांग्रेस के नये प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी एवं राजसभा सदस्य दिग्विजय सिंह का मुख्य फोकस ग्वालियर से लेकर गुना एवं राजगढ़ में रहेगा देखना है कि कांग्रेस भाजपा को टक्कर देने के लिये जीतने वाले प्रत्याशियों की खोज में कितनी सफल हो पाती है दोनो ही दल अगले माह मार्च में होली के आस पास अपने प्रत्याशियों की सूची जारी कर सकते है।
भाजपा से गुना लोकसभा क्षेत्र से प्रमुख दावेदार -
केपी यादव सांसद गुना लोकसभा - केपी यादव वर्तमान में गुना लोकसभा क्षेत्र से सांसद है राजनैतिक उपेक्षा के चलते भले ही वह विकास कार्यो में पीछे रहे हो किन्तु गुना लोकसभा क्षेत्र में यादव बोट बैंक को ध्यान में रखते हुये तथा उनके मिलनसार छवि को संगठन बजन देता है तो केपी यादव गुना लोकसभा क्षेत्र से भाजपा से लगातार दूसरी बार उम्मीदवार हो सकते है सांसद केपी यादव की सरल छवि तथा जनता के बीच आसानी से उपलब्ध होना तथा देश में राम मंदिर मुद्दे को चलते भाजपा यदि केपी यादव को उम्मीदवार बनाती है तो केपी यादव लगातार दूसरी बार सांसद का चुनाव जीतने में भी कामयाव हो सकते है।
नरोत्तम मिश्रा पूर्व गृह मंत्री म.प्र.- नरोत्तम मिश्रा भी संगठन के आदेश के पालन में गुना लोकसभा क्षेत्र में सक्रिय दिखाई दे रहे है बीते रोज वह गुना में बैठक के दौरान आये हुये थे गुना लोकसभा क्षेत्र से नरोत्तम मिश्रा चुनाव लड़ चुके है क्षेत्र की भूगोलिक स्थिति के साथ-साथ कार्यकर्ताओं के बीच भी नरोत्तम मिश्रा की अच्छी पकड़ मानी जाती है ग्वालियर चंबल सम्भाग में भाजपा यदि एक ब्राह्राण कार्यकर्ता को उम्मीदवार बनाती है तो नरोत्तम मिश्रा भी गुना लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार हो सकते है।
महेन्द्र यादव विधायक कोलारस - महेन्द्र यादव वर्तमान में कोलारस विधानसभा सीट से विधायक है अपनी पुत्री के जिला पंचायत अध्यक्ष तक बनाकर वह जिले में भाजपा के एक मजबूत नेता के रूप में दिखाई दे रहे है गुना लोकसभा क्षेत्र में यादवों की अच्छी संख्या के साथ - साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी होने का लाभ महेन्द्र यादव को लोकसभा क्षेत्र में भाजपा से उम्मीदवार के रूप में मिल सकता है वशर्ते ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ते है और संगठन सिंधिया की पसंद से भाजपा का उम्मीदवार बनाती है तो यादव समाज के वोट बैंक, सिंधिया के करीबी एवं श्रीराम मंदिर मुद्दे को लेकर महेन्द्र यादव भाजपा से मजबूत उम्मीदवार हो सकते है।
कांग्रेस से गुना लोकसभा क्षेत्र से प्रमुख दावेदार -
1- जयवर्धन सिंह विधायक राधौगढ़ एवं पूर्व मंत्री - जयवर्धन सिंह गुना जिले की राधौगढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस से विधायक है कांग्रेस के युवा नेता होने के साथ - साथ उनके साथ राजसभा सदस्य दिग्विजय सिंह का नाम जुड़ा हुआ है कांग्रेस गुना लोकसभा क्षेत्र से भाजपा को टक्कर देने के लिये कांग्रेस के युवा नेता राधौगढ़ विधायक को भी उम्मीदवार बना सकती है जिसको लेकर कांग्रेस में जयवर्धन सिंह के उम्मीदवार बनने से गुना लोकसभा क्षेत्र के कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार होगा और भाजपा को टक्कर देने के लिये कांग्रेस के मजबूत उम्मीदवार जयवर्धन सिंह हो सकते है।
2- वीरेन्द्र रघुवंशी पूर्व विधायक कोलारस एवं शिवपुरी - वीरेन्द्र रघुवंशी पूर्व में भी कांग्रेस से विधायक रह चुके है वर्तमान में वह कांग्रेस में सक्रिय है गुना लोकसभा क्षेत्र के कोलारस से लेकर शिवपुरी एवं अशोकनगर जिले की चंदेरी एवं मुंगावली में वीरेन्द्र रघुवंशी काफी सक्रिय है भाजपा यदि यादव समाज के कार्यकर्ता को गुना लोकसभा से उम्मीदवार बनाती है तो भाजपा के काट के लिये कांग्रेस पूर्व विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी को गुना लोकसभा से उम्मीदवार बना सकती है वीरेन्द्र रघुवंशी अपनी तेज तर्तर छवि के रूप में जाने जाते है कांग्रेस उन्हें भाजपा से शिवपुरी विधानसभा से उम्मीदवार बनाना चाहती थी किन्तु ऐन वक्त पर वीरेन्द्र रघुवंशी की जगह केपी सिंह शिवपुरी विधानसभा से कांग्रेस के उम्मीदवार बने अब कांग्रेस लोकसभा के चुनाव में स्थानीय नेता के नाते वीरेन्द्र रघुवंशी को भी गुना लोकसभा से उम्मीदवार बना सकती है।
3- ऋषि अग्रवाल विधायक बमौरी - ऋषि अग्रवाल पूर्व मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया को चुनाव हराकर कांग्रेस के टिकिट पर चुनाव जीते है ऋषि अग्रवाल की दिग्विजय सिंह परिवार से अच्छी पकड़ है ऋषि अग्रवाल गुना से लेकर बमौरी तक कांग्रेस के पास एक मजबूत नाम है कांग्रेस अग्रवाल समाज के बोटो को साधने के लिये विधायक ऋषि अग्रवाल के नाम पर गुना लोकसभा क्षेत्र से विचार कर सकती है।
4- केपी सिंह पूर्व मंत्री - पिछोर विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकिट पर हमेशा चुनाव जीतते रहे है कांग्रेस ने इस बार उन्हें शिवपुरी विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा और उन्हीं के करीबी अरविन्द लोधी को पिछोर विधानसभा से उम्मीदवार बनाया था किन्तु लाड़ली बहनों के बोट ने कांग्रेस को शिवपुरी से लेकर पिछोर सहित प्रदेश में कांग्रेस को विपक्ष के रूप में बैठा दिया दिग्विजय सिंह से करीबी रिस्ते एवं केपी सिंह की सहमति मिलने पर केपी सिंह गुना लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार भी बनाये जा सकते है।