ग्वालियर - ग्वालियर में यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर को जज की कार में बिना परमिशन डालकर इलाज के लिए ले जाने पर पुलिस ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के दो छात्रों पर कार्रवाई की है। इसके विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने देर रात पड़ाव थाना पर हंगामा कर घेराव कर दिया है इनका कहना है कि उनके साथियों ने किसी की जान बचाने के लिए यह कदम उठाया था, इसके बाद भी उन पर मामला दर्ज किया गया है।
दरअसल शिवपुरी की पीके यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो रणजीत सिंह दिल्ली से झांसी जाने के लिए ट्रेन पर सवार हुए थे, रास्ते में उनकी तबीयत बिगड़ने पर छात्रों ने उन्हें ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर उतारा। काफी देर तक एंबुलेंस और अन्य साधन नहीं मिलने पर छात्र रेलवे स्टेशन के बाहर खड़ी एक गाड़ी में उनको लेकर गए थे। यह गाड़ी हाईकोर्ट के माननीय जज की थी और गाड़ी के चालक ने इस मामले की सूचना पुलिस को दी थी और पुलिस ने थोड़ी देर बाद जया रोग चिकित्सालय के बाहर से गाड़ी बरामद की थी।
इस मामले में पुलिस ने गाड़ी ले जाने वाले छात्रों पर मामला दर्ज कर उन पर कार्रवाई की है। इससे नाराज छात्रों ने देर रात 1:00 बजे तक ग्वालियर के पड़ाव थाने के बाहर धरना देकर हंगामा किया गया। नाराज छात्रों को मनाने के लिए यहां पूरे शहर की पुलिस को भेज दिया गया, लेकिन छात्र टस से मस नहीं हुए।
बीमार की मदद की फिर कार्रवाई क्यों?
एबीवीपी के छात्रों का कहना है कि उन्होंने तो बीमार की मदद की है तो उल्टे उनके ऊपर कार्रवाई क्यों की गई है। घटना की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंचे डीएसपी हेडक्वार्टर अशोक जादौन का कहना है कि पुलिस कार्रवाई के विरोध में एबीवीपी के छात्रों द्वारा थाने के बाहर धरना दिया गया है हम उनके संपर्क में हैं और उनको समझाने का प्रयास किया जा रहा है।
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