गुना लोकसभा क्षेत्र को मंत्री विहीन रखना, गोपाल भार्गव जैसे विधायक को मंत्री न बनाना भाजपा को लोकसभा चुनावों में पड़ सकता है भारी - Shivpuri



शिवपुरी -  गुना लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत तीन जिले आते है इन जिलों में महल यानि की सिंधिया परिवार का प्रभाव रहा है भाजपा की पिछली सरकार में गुना लोकसभा क्षेत्र से 04 विधायकों को मंत्री बनाया गया था जबकि इस बार के विधानसभा चुनावों में गुना लोकसभा क्षेत्र के 03 जिलों गुना, अशोकनगर, शिवपुरी जिलों से भाजपा के बैनर तले 08 विधायक चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे है किन्तु 08 विधायकों में से एक भी विधायक को मंत्री मंडल में शामिल नहीं किया गया इससे गुना लोकसभा क्षेत्र के विधायकों से लेकर उनके समर्थक एवं क्षेत्र के मतदाताओं में नाराजगी देखने को मिली भले ही विधायक खुलकर सामने न बोल पा रहे हो किन्तु मंत्री मंडल में स्थान न मिलने का दर्द विधायको को अंदर ही अंदर अवश्य सता रहा है। 

गुना लोकसभा क्षेत्र से भाजपा से 08 विधायक चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे है जिनमें महेन्द्र कोलारस, देवेन्द्र जैन शिवपुरी, प्रीतम सिंह लोधी पिछोर, रमेश खटीक करैरा, पन्ना लाल शाक्य गुना, प्रियंका सिंह मीणा चाचौड़ा, बृजेन्द्र यादव मुंगावली, जगन्नाथ सिंह रघुवंशी चंदेरी, गुना लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के बैनर तले चुनाव जीतने वाले विधायक है किन्तु सोमवार को हुये मोहन यादव मंत्री मंडल के विस्तार में इनमें से एक भी विधायक को मंत्री नहीं बनाया गया जबकि ब्रजेन्द्र सिंह यादव पिछली भाजपा सरकार में मंत्री थे किन्तु इस बार की मोहन यादव की सरकार में गुना लोकसभा क्षेत्र के तीनों जिलों से एक भी विधायक को मंत्री मंडल में शामिल नहीं किया गया जबकि सागर संभाग के 09 बार के विधायक पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव को यह पहला मौका है जब भाजपा की सरकार ने उन्हें मंत्री मंडल में स्थान नहीं दिया केवल विधायक के पद तक उन्हें छोड़ दिया इससे ब्राहा्रण समाज में खासी नाराजगी है और इसका असर गुना लोकसभा के साथ - साथ अन्य लोकसभा क्षेत्रों में भी भाजपा उम्मीदवारों को लोकसभा के चुनावों में नुकसान झेलना पड़ सकता है। 


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