संसद की सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर विपक्ष शीतकालीन सत्र के दौरान लगातार हंगामा कर रहा है जिसके चलते संसद के दोनों सदनों से सांसदों का निलंबन भी जारी है मंगलवार को एक बार फिर लोकसभा से 49 और सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित किया गया इससे पहले, सोमवार को 33 और उससे पहले 13 सांसदों को लोकसभा से निलंबित कर दिया गया था इस तरह लोकसभा से अब तक लोकसभा से कुल 95 सांसदों को संसद के निचले सदन से निलंबित कर दिया गया है इन सांसदों में वे नेता भी शामिल हैं जो विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' में शामिल हैं इस कार्रवाई के बाद वर्तमान सत्र में शेष अवधि के लिए इंडिया ब्लॉक के दो - तिहाई से अधिक सदस्य बाहर हो चुके हैं वहीं मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के केवल नौ सांसद ही बचे हैं, जिनमें पार्टी के पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी शामिल हैं।
सोनिया और राहुल को करनी होगी अगुवाई
अपने अधिकांश नेताओं के निलंबन के बाद कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी को लोकसभा में इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करना होगा। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और उपनेता गौरव गोगोई को निलंबित कर दिया गया है और उनके मुख्य सचेतक के सुरेश और सचेतक मणिकम टैगोर को भी निलंबित कर दिया गया है।
इन दलों के इतने सांसद निलंबित
वर्तमान शीतकालीन सत्र के दौरान अब तक तृणमूल कांग्रेस के 22 सांसदों में से 13 को निलंबित कर दिया गया है। वहीं, सदन में 24 सदस्यों वाली डीएमके के 16 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। वहीं, आम आदमी पार्टी के एकमात्र लोकसभा सांसद सुशील कुमार रिंकू को भी निलंबित कर दिया गया है।
वहीं, इंडिया ब्लॉक में शामिल अन्य पार्टियों में एनसीपी की फ्लोर लीडर सुप्रिया सुले सहित तीन राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। ये सभी शरद पवार गुट के सांसद थे। इसके अलावा, नेशनल कॉन्फ्रेंस से फारूक अब्दुल्ला समेत तीन में से दो सांसदों को निलंबित कर दिया गया।
इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के सभी तीन सांसद, वीसीके और आरएसपी के अकेले सांसद, समाजवादी पार्टी के तीन लोकसभा सांसदों में से डिंपल यादव समेत दो सांसदों को, सीपीआई (एम) के तीन में से दो सांसद और सीपीआई के दो में से एक सांसद को निलंबित किया गया है। साथ ही निलंबित किए जाने वाले सांसदों में दानिश अली भी शामिल हैं। दानिश को हाल ही में पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण बहुजन समाज पार्टी से निकाल दिया गया है। वहीं, लोकसभा में शिवसेना (यूबीटी) के छह सांसदों में से किसी को भी निलंबित नहीं किया गया है।
लोकसभा में बचे 'इंडिया' के 43 सांसद
गौरतलब है कि लोकसभा में 'इंडिया' ब्लॉक में शामिल दलों के 138 सांसद हैं। निलंबन के बाद इनमें से अब 43 सांसद ही सदन में बचे हैं। निलंबित किए गए सांसदों में तृणमूल कांग्रेस के फ्लोर लीडर सुदीप बंद्योपाध्याय भी शामिल हैं।
विपक्ष और भाजपा ने एक-दूसरे पर साधा निशाना
निलंबन के बाद राजनीतिक भूचाल आ गया और विपक्षी सदस्यों ने कार्रवाई को 'लोकतंत्र की हत्या' करार दिया। वहीं, भाजपा नेता एवं केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने दावा किया कि यह कार्रवाई जरूरी थी क्योंकि विपक्षी सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति का अपमान किया। कांग्रेस और उसके सहयोगियों पर अपने आचरण से देश को 'शर्मसार' करने का आरोप लगाते हुए गोयल ने पत्रकारों से कहा कि विपक्षी सदस्य तख्तियां लेकर आए और जानबूझकर संसदीय कार्यवाही बाधित की। जबकि पहले फैसला किया गया था कि सदन में तख्तियां लाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।