कोलारस - विधानसभा चुनाव खत्म होते ही लोगो के सामने एक - एक कर समस्याऐं सामने आ रही है जिसमें सबसे ज्यादा प्रताड़ित अन्नदाता किसान हो रहा है क्योंकि चुनाव के दौरान तो नेताओं ने बोट लेने के चक्कर में ट्रांसफार्मर रखवा दिये थे किन्तु चुनाव खत्म होते ही विधुत की सप्लाई बंद होने से किसानों के सामने फसल में पानी देने की समस्या आ रही है अल्प वर्षा से किसान परेशान चल रहा है उसके ऊपर से विधुत की कटौती एवं खाद की काला बाजारी ने किसान के सामने कई समस्याऐं पैदा कर दी है किसान सोच रहा है कि विधानसभा चुनाव के दौरान बोट लेने के लिये नेताओं ने ट्रांसफार्मर रखवाऐं और प्रदेश की सरकार ने महिलाओं को लाड़ली बहना के नाम पर पैसे देकर बोट लिये और केन्द्र की सरकार ने किसानों के खाते में 2000 देकर किसानों के बोट ले लिये किन्तु विधुत एवं खाद न मिलने से जब किसान की फसल ही नहीं आयेगी तो किसान अपना परिवार कैसे चलाऐंगा ऐसी चुनौतियां किसान के सामने खड़ी हुई है जिसके चलते किसान प्रदेश एवं केन्द्र की भाजपा सरकार से नाराज दिखाई दे रहे है।
खाद को लेकर कोलारस क्षेत्र का किसान बुरी तरह परेशान हो रहा है बड़े किसानों ने पूर्व में खाद मूल रेट पर स्टॉक कर रखा था किन्तु छोटे किसानों को खाद सहकारी संस्थाओं से लेकर गोदामों पर उपलब्ध न होने के कारण बाजार से खाद खरीदना पड़ रहा है जिस पर दुकानदार खाद उपलब्ध न होने की बात कहकर गोदाम से 100-250 रू. प्रति कट्टा यूरिया एवं डीएपी ब्लैक में बेच रहे है भाजपा को बोट देने वाला किसान अपने आप को ठगा महसूस कर रहा है क्योंकि किसान सम्मान निधि के लालच में किसान ने विधानसभा चुनाव में भाजपा को बोट तो दे दिया किन्तु किसान को खाद से लेकर विधुत न मिलने की समस्या हल कराने के लिये नेताओं से लेकर प्रशासन किसी के पास समय नही है अल्प वर्षा से किसान परेशान है उसके ऊपर से विधुत की कटौती एवं खाद की समस्या ने किसान के सामने कई समस्याऐं पैदा कर दी है अपना परिवार चलाने के लिये किसान के पास चैत्र में जब फसल नहीं आयेगी तो नाराज किसान लोक सभा के चुनाव में भाजपा के खिलाफ मतदान भी कर सकता है।