अशोकनगर - देव प्रबोधिनी एकादशी के अवसर पर देशभर में अशोकनगर की परंपरा पहचान बन चुकी मंगल प्रभात फेरी इस वर्ष 23 नवंबर 2023 को भगवान श्री राजराजेश्वर महादेव मंदिर से प्रारंभ होगी,यह धर्मयात्रा प्रातः ठीक 4:45 बजे पंडित कैलाशपति द्वारा शंखध्वनि से प्रारंभ की जाएगी,जिसमें सबसे आगे धर्म ध्वज लेकर पंडित कैलाशपति चलेंगे उनके पीछे सभी भक्तगण श्री राम जय राम जय जय राम का सँकीर्तन करते हुए श्री राज-राजेश्वर महादेव की परिक्रमा करेंगे।
मंगल प्रभातफेरी की तैयारी को अंतिम रूप देते हुए,आज स्थानीय मंगल पैलेस में अक्षरपीठ द्वारा प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया,जिसमें प्रभातफेरी से संबंधित जानकारियां देते हुए पंडित कैलाशपति ने बताया कि यह कार्यक्रम पिछले 32 वर्षों से अनवरत रूप से चला रहा है। सबसे पहले यह हनुमान जयंती के दिन प्रभातफेरी निकाली जाती थी।
उसके बाद लगभग 4 वर्ष प्रतिदिन प्रभातफेरी संपूर्ण नगर में निकाली गई तथा अब देवोत्थान एकादशी पर इस प्रकार की मंगल प्रभात फेरी निकाली जाती है,जो श्री राज-राजेश्वर महादेव मंदिर से प्रारंभ होकर नगर परिक्रमा करते हुए पुनः वापस गड़ी स्थित श्री राधा कृष्ण मंदिर में समाप्त होती है। जहां पर देव प्रबोधन मत्रों द्वारा वैदिक रूप से देवोत्थान किया जाता है।
इस वर्ष भी प्रतिवर्ष की तरह अक्षर पीठ के कार्यकर्ताओं द्वारा संपूर्ण तैयारी कर ली गई हैं। सोशल मीडिया,व्यक्तिगत संपर्क द्वारा प्रभातफेरी के लिए श्रद्धालुओं को लगातार आमंत्रित किया जा रहा है।
नगर में भी इसको लेकर युवाओं विद्यार्थियों,महिलाओं आदि सभी आयु वर्ग के लोगों में एक उत्साह का वातावरण है अक्षर पीठ के लगभग 150 से अधिक कार्यकर्ता संपूर्ण मार्ग में व्यवस्था संभालते हुए नजर आएंगे,जिसमें बहन कार्यकर्ता तथा भाई कार्यकर्ता सम्मिलित हैं।
यह सभी कार्यकर्ता पिछले 15 दिनों से एक सोशल मीडिया ग्रुप के माध्यम से परस्पर समन्वय बनाते हुए व्यवस्था संबंधी कार्य कर रहे हैं।
कार्यकर्ताओं की लगातार बैठक हुई तथा कमियों को दूर करने के प्रयास किए गए।
बैठकों में कार्यकर्ताओं द्वारा एक प्रमुख समस्या सामने आई प्रभात फेरी के समय आवारा मवेशी समस्या या व्यवधान खड़ा करते हैं जिसके लिए नगर पालिका से अनुरोध किया गया है कि वह इस समस्या को दूर करने में सहयोग प्रदान करें, मार्ग में रोशनी की व्यवस्था हो,संकरे मार्गो में अतिक्रमण न हो मार्ग साफ हो इसकी चिंता भी सभी कार्यकर्ताओं ने की तथा व्यक्तिगत आग्रह करके मार्ग में पड़े व्यवधान को दूर करने का प्रयास किया। उक्त कार्यक्रम में सबसे खास बात निकलकर यह सामने आई कि इसको लेकर किसी प्रकार का चंदा या धन संग्रह नहीं किया जाता यह कार्यक्रम विशुद्ध रूप से भक्ति भाव व भागवत धर्म को समर्पित होकर भगवान श्री राज राजेश्वर महादेव की परिक्रमा कार्तिक व्रत धारी महिलाओं माता के लिए है। जिसमें अक्षर पीठ परिवार ने संपूर्ण नगर से सम्मिलित होने का आह्वान किया है।
22 नवंबर को आमंत्रित
22 नवंबर को युवा कार्यकर्ता भाई-बहन प्रभात फेरी मार्ग में घर-घर आमंत्रित करने हेतु दोपहर 3:00 बजे निकलेंगे जिसमें वह प्रभात फेरी के मार्ग में पड़ने वाले प्रत्येक घर जाकर नगर वासियों को आमंत्रित कर प्रभात फेरी में सम्मिलित होने का आग्रह करेंगे।