शाम 4:05 मिनट पर लगेगा सूतक शनिवार-रविवार की मध्य रात्रि 1:05 पर पड़ेगा चंद्र ग्रहण



इस बार शरद पूर्णिमा के दिन रात्रि में नही रखी जायेगी खीर। आचार्य हर्षवर्धन महाराज ने बताया कि शरद पूर्णिमा के दिन रात्रि में खीर बनाकर छत पर रख देने के बाद दूसरे दिन भगवान का भोग लगाकर खीर को पाया जाता हैं क्योंकि उस दिन चंद्रमा सोलह कलाओं से सुसज्जित रहता है इसी कारण इसे अमृत की रात्रि भी कहा जाता हैं मान्यता है कि उस रात्रि में चंद्रमा से अमृत के अंश धरती पर गिरते हैं खीर रखने से उसमें अमृत का अंश गिरता है और उस खीर को खाने से हमे बड़ी बीमारियों से बचाता है। लेकिन इस बार 28 अक्टूबर के दिन लगेगा चंद्र ग्रहण, इन लोगों को रखना होगा खास ध्यान 30 साल बाद ऐसा संयोग बना है जब शरद पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण लगेगा. चंद्र ग्रहण के लिए सूतक 9 घंटे पहले से लग जाता है. 28 अक्टूबर को लगने वाला चंद्र ग्रहण कई देशों के साथ साथ भारत में भी दिखेगा. ऐसे में यहां सूतक काल भी मान्य होगा 

इन नियमों का रखें ध्यान

चंद्र ग्रहण धार्मिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण माना जाता हैं. लोगों के जीवन पर इसका शुभ अशुभ, दोनों तरीकों से प्रभाव पड़ता है. इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर को यानि शरद पूर्णिमा के दिन लग रहा है. ऐसा संयोग 30 साल बाद बना है जब शरद पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण लग रहा हो ।


चंद्र ग्रहण विशेष

शनिवार को लगने जा रहा है. यह चंद्र ग्रहण मेष राशि में लगेगा. साथ ही यह चंद्र ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा और इसका असर देश दुनिया और मानव जीवन पर पड़ेगा. तो आइए जानते हैं कि साल 2023 के दूसरे चंद्र ग्रहण का सूतक मान्य होगा या नहीं.


28 अक्टूबर को खंडग्रास चंद्र ग्रहण चूंकि रात 1 बजकर 5 मिनट पर लगेगा 2 बजे मोक्ष होगा, इसलिए इसका सूतक काल 9 घंटे पहले यानी 28 अक्टूबर की शाम 04 बजकर 05 मिनट से लग जाएगा. 


कहां कहां दिखेगा ये चंद्र ग्रहण 


यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखेगा देगा. इस साल का दूसरा चंद्र ग्रहण यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, नॉर्थ अमेरिका, उत्तर व पूर्व दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक महासागर, हिन्द महासागर, अंटार्कटिका में भी दिखेगा.  


यह चंद्रग्रहण  मेष राशि (अश्विनी-नक्षत्र) पर लग रहा है. जिसके कारण उपरोक्त राशियों पर इस प्रकार का मिलाजुला प्रभाव रहेगा-


1. मेष- मेष राशि वालों के लिए घात यानी चोट चपेट यानी दुर्घटना का योग बना हुआ है.

उपाय-( ॐ हों जूं स: )इस मंत्र का जप करें 

2. वृष- सभी प्रकार की हानि का योग लेकर यह ग्रहण आ रहा है. 

उपाय - ॐ सों सोमाय नमः का जप करें 

3. मिथुन- मिथुन राशि वालों के लिए यह ग्रहण लाभकारी है. 

4. कर्क- कर्क राशि वालों के लिए यह ग्रहण सुखकारी रहेगा.  

5. सिंह- सिंह राशि के लिए मान सम्मान को ठेस पहुंचाने वाला योग यह ग्रहण लेकर आ रहा है. 

उपाय- श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें 

6. कन्या- सबसे अधिक कष्ट हो सकता है कन्या राशि वाले जातकों के लिए. ग्रहण के दौरान इनके लिए मृत्यु तुल्य कष्ट का योग बनता दिखाई दे रहा है. 

उपाय- महामृत्युंजय मंत्र का जप करें 

7. तुला- तुला राशि के लिए स्त्री पीड़ा, व्यापार में हानि का योग बना हुआ है. 

उपाय- ॐ श्रीं हृीं श्रीं मंत्र का जप करें 

8. वृश्चिक- वृश्चिक राशि के लिए यह ग्रहण अच्छा साबित होगा.

9. धनु- धनु राशि वालों के लिए यह ग्रहण चिंता का कारण बन सकता है. 

उपाय- श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें 

10. मकर- मकर राशि वालों के लिए ये ग्रहण मानसिक, आर्थिक और शारीरिक व्यथा का योग लेकर आ रहा है. 

उपाय- देवी कवच का पाठ करें 

11. कुंभ- कुंभ राशि वालों के लिए यह ग्रहण लाभकारी है और अप्रत्याशित धनलाभ का योग यह ग्रहण लेकर आ रहा है.

12. मीन- मीन राशि वालों के लिए यह ग्रहण अप्रत्याशित रूप से व्ययकारक है यानी खर्चीला साबित होगा. 

उपाय- नारायण कवच का पाठ करें 


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