सूखा की मार से परेशान किसान के ऊपर विधुत कटौती की मार सरकार के लिये चुनावों में बजा सकती है खतरे की घण्टी - Kolaras



सोमवार को कोलारस, बदरवास, रन्नौद, खतौरा सहित अंचल में विधुत कटौती प्रारम्भ 

कोलारस - वर्षा ऋतु के चार माह में से तीन माह से अधिक बीत चुके है जिले के कई तहसीलों में नदी, नाले, तालाव, नलकूप खाली पड़े हुये है जिसके चलते किसानों की फसल से लेकर मवेशियों से लेकर आम लोगो के सामने वर्षा ऋतु में पीने के पानी तक की समस्या आने लगी है अभी तक 75 से 100 प्रतिशत वारिस हो जानी थी किन्तु कहीं 25 तो कहीं 50 प्रतिशत से भी कम वारिश होने के कारण इस बार किसानों की दोनो फसलों के खराब होने की संभावना नजर आने लगी है यदि सितम्बर माह में वारिश नहीं हुई तो अगली फसल से लेकर पीने के पानी एवं मवेशियों के जीवन पर संकट प्रारम्भ हो जायेगा जिसको लेकर किसानों से लेकर कांग्रेसी तक प्रदेश सरकार से मध्यप्रदेश को सूखा घोषित कर किसानों की वर्वाद फसल का सर्वे कराकर किसानों को चुनाव से पूर्व मुआवजे की मांग करने लगे है। 


सूखे की मार से परेशान किसान से लेकर आम लोगो पर विधुत कटौती की मार प्रारम्भ 

एक तरफ किसानों से लेकर आम आदमी वर्षा न होने के कारण सूखे की मार जैसी समस्या से परेशान है उसके ऊपर से विधुत वितरण कम्पनी ने गांवों से लेकर शहरी क्षेत्रों में विधुत कटौती की मार प्रारम्भ कर दी है रन्नौद क्षेत्र से जानकारी देते हुये पत्रकार जयकुमार झा ने बताया कि रन्नौद क्षेत्र में बीते दो दिनों से लगातार विधुत कटौती की मार रन्नौद क्षेत्र के लोग झेल रहे है, बदरवास से पत्रकार देवेन्द्र शर्मा ने जानकारी देते हुये बताया कि विधुत वितरण कम्पनी ने सोमवार 4 सितम्बर को सुबह 09 बजे से दोपहर 02 बजे तक विधुत कटौती की घोषणा कर दी है कोलारस से पत्रकार रोहित वैष्णव ने जानकारी देते हुये बताया कि सोमवार 04 सितम्बर को सुबह 09 बजे से दोपहर 01 बजे तक विधुत कटौती की घोषणा विधुत कम्पनी द्वारा कर दी गई है खतौरा से जानकारी देते हुये धु्रव यादव ने जानकारी देते हुये बताया कि खतौरा क्षेत्र से लगे गांवों में भी विधुत की सप्लाई कई दिनों से नहीं मिल रही है लुकवासा से जानकारी देते हुये विशोक व्यास ने बताया कि लुकवासा से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में विधुत कटौती की मार से किसान परेशान है खरई क्षेत्र से पत्रकार चंदन सिंह धाकड़ ने बताया कि खरई से लेकर डेहरवारा एवं फोरलाईन क्षेत्र के गांवों में विधुत कटौती से किसान एवं आम लोग परेशान है। 


वर्षा की ऋतु में पानी न गिरने से किसानों की फसल से लेकर अगली फसल वर्वाद होने के संकेत मिलने लगे है जिसके चलते कोलारस विधानसभा क्षेत्र के किसानों से लेकर कांग्रेसी एवं आम लोग प्रदेश सरकार से लाड़ली वहना की तरह किसानों के वर्वाद फसल का सर्वे कराकर मुआवजे की मांग तथा जिले को सूखा ग्रस्त घोषित करने की मांग करने लगें है यदि प्रदेश सरकार ने किसानों की मांग पर प्रदेश के शिवपुरी जिले को सूखा ग्रस्त एवं फसल का सर्वे कराकर मुआवजा देने से लेकर विधुत कटौती की मार का समाधान नहीं किया तो प्रदेश सरकार से लेकर भाजपा के उम्मीदवारों के लिये मतदाता खतरे की घण्टी विधानसभा के चुनावों में बजा सकते है। 


Post a Comment

Previous Post Next Post

संपर्क फ़ॉर्म