बदरवास - हिंदी दिवस 14 सितंबर के अवसर पर विकासखंड के प्राथमिक विद्यालयों में आयोजित एफएलएन मेला के आयोजन के पूर्व की तैयारियों को लेकर बैठक डाइट परिसर शिवपुरी में आयोजित की गई।
जिला परियोजना समन्वयक ने एफएलएन के उद्देश्य पर विस्तृत चर्चा करते हुए बताया कि एफएलएन मेला एक पहल है, जो बच्चों की शारीरिक, मानसिक, भाषा विकास आदि क्षमताओं का मूल्यांकन करना एवं उनके विकास हेतु गतिविधियों को करना है, जो स्कूली परिवेश में बच्चों के विकास के लिए आवश्यक होती हैं जिसको पूर्ण मनोयोग से बच्चों एवं पालक की सहभागिता के साथ एफएलएन मेला प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय में विधिवत संपन्न 14 सितंबर को होगा।
बीआरसी तोमर में जानकारी देते हुए बताया कि मेले के आयोजन में कक्षा पहली, दूसरी के बच्चे एवं अभिभावकों की सहभागिता के साथ प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय में शाला समय पर मेले का का आयोजन किया जाएगा जिसमें 6 स्टाल लगाए जाएंगे। पांच स्टॉल में बच्चे गतिविधियां करेंगे एवं एक स्टॉल में पंजीयन किया जाएगा।
विकासखंड स्तरीय मेले में पहले स्टॉल पंजीयन के लिए होगा जिसमें बच्चों का रजिस्ट्रेशन किया जायेगा उसके बाद अन्य पांच स्टॉल शारीरिक विकास जिसमें संतुलन बनाकर चलना कूदना और पेपर फोल्डिंग के माध्यम से क्षमताओं का आकलन किया जायेगा द्वितीय स्टॉल बौद्धिक विकास को लेकर होगा जिसमें मिलान, रंग पहचान, वर्गीकरण और क्रम से लगाना गतिविधियां होंगी। तृतीय स्टॉल भाषा विकास को लेकर होगा जिसमें चित्र वाचन के आधार पर प्रश्नों के जवाब देना कोई भी पांच चीज पूछी जा सकती हैं चित्र में क्या हो रहा है आदि एवं पढ़ना जैसे शब्दों का पढ़ना, अक्षर का पढ़ना एवं वाक्य का पढ़ना शामिल है।
चतुर्थ स्टॉल गणित की पूर्व तैयारी को लेकर होगा जिसमें आकार की पहचान जैसे त्रिभुज गोला, स्टार आदि गिनना, अंक पहचान एवं जमा घटा शामिल है। पंचम स्टॉल बच्चों का कोना जिसमें शारीरिक विकास जैसे रंग भरना, भाषा विकास जैसे अक्षर और सरल शब्द तथा मेरा नाम लिखना एवं सामाजिक व भावनात्मक विकास, भाव पहचान का होगा। यह समस्त गतिविधियां आधारित होगी। बच्चों की सहभागिता के आधार पर एफएलएन मेला रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जाएगा। बच्चों के उत्कृष्ट प्रदर्शन रिपोर्ट कार्ड के आधार पर उसी दिन अभिभावकों को सम्मानित किया जाएगा।
एफएलएन मेले के आयोजन हेतु राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा यूट्यूब लिंक के माध्यम से एफएलएन मेला आयोजन हेतु विस्तृत जानकारी भी उपलब्ध कराई गई है। एफएलएन मेले में जो गतिविधि आयोजित की जाएगी उसमें सामग्री के रूप में आलू, टमाटर, प्याज, मिर्ची, लकड़ी, चौक, गेहूं, धान, चावल, चने के दाने का प्रयोग तथा अन्य सामग्री का उपयोग किया जा सकता है।
यह मेला बच्चों के विकास में सहायक होगा विभिन्न गतिविधियों के आधार पर शारीरिक, मानसिक भाषा आदि क्षमताओं का आकलन किया जाएगा, जो स्कूली परिवेश में में बच्चों के विकास के लिए सहायक होगा। बीआरसी बदरवास के अनुसार तीन विद्यालय जो उत्कृष्ट मेला आयोजन करेंगे उन्हें विकासखंड स्तर पर सम्मानित किया जाएगा।
जिला परियोजना समन्वय के द्वारा मेले के संबंध में समस्त तैयारी के निर्देश प्रदाय कर दिए गए हैं। वालंटियर के रूप में संस्था पूर्व विद्यार्थी, पालक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, एमसी सदस्यों को अक्षर साथी यह संस्था में अध्यनरत बड़े बच्चों को वालंटियर रूप में नामांकित कर समस्त गतिविधियों का संचालन कराया जाएगा। बच्चों के बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए आओ करें मेले का शानदार आयोजन जो उनके विकास में सहायक सिद्ध होगा।