लोगो की राय कुछ इस प्रकार है -
1- वीरेन्द्र रघुवंशी विधायक कोलारस - रन्नौद क्षेत्र के कार्यकर्ता विधायक के व्यवहार से नाराज दिखाई दिये किन्तु उनके समाज से लेकर भाजपा के मूल वोट बैंक का 75 प्रतिशत झुकाब सरकार के प्रति एवं विकास की ओर दिखाई दिया जिसके चलते प्रतिशत के अनुसार कोलारस विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी रन्नौद क्षेत्र के 22 प्रतिशत मतों को अपने साथ लेते हुये दिखाई दिये जिसके चलते वह अन्य उम्मीदवारों एवं दलों की तुलना में पहले पायदान पर दिखाई दिये।
2- महेन्द्र यादव पूर्व विधायक कोलारस - महेन्द्र यादव के पक्ष में रन्नौद क्षेत्र के कार्यकर्ताओं का समर्थन उन्हें मिलता हुआ दिखाई दिया किन्तु मतदाताओं की राय में लोगो के कार्य कराने में महेन्द्र यादव पीछे दिखाई दिये लोगो की राय थी कि महेन्द्र यादव, वीरेन्द्र रघुवंशी की तुलना में कार्य कराने में कमजोर है किन्तु सिंधिया समर्थक एवं कार्यकर्ताओं का विश्वास जीतने में महेन्द्र यादव कामयाव दिखाई दिये और दल विशेष के साथ महेन्द्र यादव 21 प्रतिशत मतों के साथ दूसरे नम्बर पर दिखाई दिये।
3- जितेन्द्र जैन पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शिवपुरी - जितेन्द्र जैन के दल को लेकर अभी तक तस्वीर साफ नहीं है किन्तु उनकी कार्य करने की शैली एवं लगातार दिये जा रहे भोज का लाभ उन्हें मतदाताओं से सम्पर्क कराने में मजबूत दिखाई दिया अपने व्यक्तिगत समर्थकों एवं समाज विशेष से लेकर मतदाताओं की राय में जितेन्द्र जैन रन्नौद क्षेत्र में 15 प्रतिशत मतों के साथ तीसरे नम्बर पर दिखाई दिये।
4- बैजनाथ सिंह यादव पूर्व भूमि विकास बैंक जिला अध्यक्ष - बैजनाथ सिंह यादव मूल रूप से खतौरा क्षेत्र के निवासी है उनके द्वारा कांग्रेस की सदस्यता ली जा चुकी है रन्नौद क्षेत्र में उनके समाज तथा कांग्रेस समर्थक कार्यकर्ता कम ही संख्या में दिखाई दिये किन्तु उनके साथ कार्य करने वाले लोगो ने कहा कि बैजनाथ सिंह जी का अंतिम चुनाव है और हम हर समय उनके साथ है ऐसे रन्नौद क्षेत्र के 12 प्रतिशत लोग दादा बैजनाथ सिंह यादव के साथ दिखाई दिये जिनके समर्थन से वह रन्नौद क्षेत्र में चौथे नम्बर पर दिखाई देते है।
5- विपिन खैमरिया जिला उपाध्यक्ष भाजपा शिवपुरी - बीते कई माह से लोगो से सम्पर्क एवं दीवाल लेखन के चलते विपिन खैमरिया कोलारस नगर से विधानसभा क्षेत्र तक पहुंचने में कामयाव हुये है कार्यकर्ताओं से लेकर मतदाताओं की राय में विपिन खैमरिया वेहतर उम्मीदवार हो सकते है किन्तु समाज विशेष के अलावा समर्थकों की कमी के चलते रन्नौद क्षेत्र में आम लोगो तथा कार्यकर्ताओं ने कहा कि नये उम्मीदवार का चयन होता है तो विपिन खैमरिया वेहतर उम्मीदवार होंगे ऐसे करीब 11 प्रतिशत लोगो ने विपिन खैमरिया को पांचवें नम्बर पर अपनी पसंद बताया।
6- देवेन्द्र जैन पूर्व विधायक कोलारस - देवेन्द्र जैन कोलारस में भोज देने के बाद भाजपा से टिकिट के लिये मांग करने के उद्देश्य से बीते काफी समय से गांव-गांव में सम्पर्क कर रहे है किन्तु काफी लम्बे समय से कोलारस विधानसभा से दूरे एवं कार्यकर्ताओं के बीच न रहने तथा छोटे भाई जितेन्द्र जैन के सक्रिय होने के कारण देवेन्द्र जैन को रन्नौद क्षेत्र के मतदाता जीतने वाले उम्मीदवारों की रेस में 8 प्रतिशत मतों के साथ छटवे नम्बर पर मानकर चल रहे है।
7- हरवीर रघुवंशी पूर्व मंडी अध्यक्ष कोलारस - काफी समय से संगठन एवं सिंधिया के लिये कार्य करने वाले हरवीर सिंह का क्षेत्र के लोगो से सम्पर्क कम रहा तथा उनके समाज विशेष के लोग वर्तमान विधायक को पसंद कर रहे है फिर भी उनके लगातार सम्पर्क एवं सिंधिया समर्थक कार्यकर्ताओं का कहना है कि हरवीर रघुवंशी की बेहतर छवि का लाभ उन्हें टिकिट के रूप में मिल सकता है सिंधिया समर्थक लोग महेन्द्र यादव के बाद उन्हें सिंधिया पैनल से दूसरे नम्बर पर मानकर चल रहे है मत प्रतिशत के आधार पर 7 प्रतिशत मतों के साथ हरवीर सिंह रघुवंशी सातवें नम्बर पर रन्नौद क्षेत्र में दिखाई दियें।
8- राजकुमार यादव ब्लॉक अध्यक्ष कांग्रेस बदरवास - राजकुमार यादव ने जब से कांग्रेस की सदस्यता ली है तब से वह निरंतर कांग्रेस पार्टी में बने हुये है कांग्रेस के मूल कार्यकर्ताओं की राय है कि कांग्रेस पार्टी मूल कार्यकर्ता को ही उम्मीदवार बनायेगी तो कांग्रेस से मूल कार्यकर्ता के रूप में एक मात्र नाम सक्रिय नेता के रूप में राजकुमार यादव का आता है उनके व्यक्तिगत समर्थक एवं समाज विशेष का प्रतिशत कम दिखाई दिया जिसके चलते रन्नौद क्षेत्र में राजकुमार यादव 4 प्रतिशत मतों के साथ आठवे नम्बर पर दिखाई दिये।
विशेष:- यह राय लोगो एवं कार्यकर्ताओं से चर्चा के बीच निकलकर सामने आई वह मोबाईल में रिकॉर्डिंग सहित हमारे पास रन्नौद क्षेत्र के हजारों कार्यकर्ताओं के आंकड़े बीते माह के दौरान लिये गये वह आपके सामने है जहां तक दल विशेष के विजय होने का सबाल है तो सभी ने एक राह होकर कहा कि कोलारस में इस बार के चुनाव में दल की नहीं बल्कि प्रत्याशी के नाम पर वोट एवं जीत तय होगी।