जिस दल ने एक समाज के व्यक्ति को पहले दिया टिकिट तो दूसरा दल उतार सकता है दूसरे समाज के व्यक्ति को
कोलारस - विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही राजनैतिक दलों के सम्भावित उम्मीदवारों द्वारा कोलारस विधानसभा क्षेत्र से अपने दावेदारी पेश करने के लिये तैयारियां प्रारम्भ कर दी है जिसका लेकर कोलारस विधानसभा क्षेत्र के लिये भाजपा एवं कांग्रेस के सम्भावित उम्मीदवारों के बीच जोर अजमाईस का दौर जारी है दोनो ही दलों के सम्भावित उम्मीदवार सुबह से लेकर शाम तक जनता के बीच इस उम्मीद से पहुंच रहे है कि सर्वे से लेकर पैनल में हमारा नाम आ जाये इसी उद्देश्य से भाजपा एवं कांग्रेस के करीब एक दर्जन से भी अधिक उम्मीदवार बीते कई माह से दीवाल लेखन से लेकर जनता के बीच पहुंचने एवं आला नेताओं के सम्पर्क में बने हुये है कोलारस विधानसभा सीट सामान्य होने के बाद से जिले का सबसे मंहगा चुनाव कोलारस विधानसभा का होने लगा है यहां निर्वाचन आयोग से निर्धारित खर्च से 10 गुना अधिक चुनाव में नगद एवं सामग्री बांटने में खर्च होता है कोलारस विधानसभा का चुनाव एक प्रत्याशी के लिये करोड़ों तक में जा पहुंचता है जिसके चलते मध्याम वर्ग के लोग कोलारस विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का मन तक नहीं बना पते जिसका लाभ धन बल एवं बहुसंख्यक समाज के उम्मीदवार अभी तक उठाते रहे है।
कोलारस विधानसभा क्षेत्र की हम बात करें तो भाजपा एवं कांग्रेस दोनो ही दलों से एक दर्जन से भी अधिक उम्मीदवार विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे हुये है किन्तु हमारा खबर के माध्यम से ईशारा उन तीन जातियों के उम्मीदवारों की ओर है जिनमें से 06 सम्भावित उम्मीदवार तीन जाति विशेष के लोगो में से लिये गये है जिनमें से पहला दल जिस जाति के उम्मीदवार का टिकिट तय कर देगा दूसरा दल दूसरी जाति के उम्मीदवार को चुनाव मैदान में टिकिट देकर उतार सकता है।
वीरेन्द्र रघुवंशी विधायक कोलारस एवं हरवीर रघुवंशी पूर्व मण्डी अध्यक्ष कोलारस दोनो ही भाजपा से टिकिट की मांग कर रहे है जहां वर्तमान विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी संगठन के करीबी माने जाते है तो वहीं दूसरी ओर इन्हीं के समाज के हरवीर सिंह रघुवंशी सिंधिया के करीबी माने जाते है इन दोनो में से भाजपा यदि अपना उम्मीदवार बनाती है तो दूसरे दल यानि की कांग्रेस दूसरे समाज के व्यक्ति को टिकिट देकर चुनाव मैदान में उतार सकती है।
महेन्द्र यादव पूर्व विधायक कोलारस एवं बैजनाथ सिंह यादव पूर्व भूमि विकास बैंक अध्यक्ष दोनो ही यादव समाज से आते है महेन्द्र यादव जहां सिंधिया के करीबी होने के साथ भाजपा से टिकिट की मांग कर रहे है वहीं दूसरी ओर बैजनाथ सिंह यादव कांग्रेस से टिकिट की मांग कर रहे है दोनो ही टिकिट के दावेदार यादव समाज से आते है राजनैतिक विशेषज्ञों का मानना है कि भाजपा एवं कांग्रेस में से यदि इन दोनो में से किसी एक को उम्मीदवार बनाया जाता है तो दूसरा दल दूसरे समाज के उम्मीदवार को चुनाव मैदान में उतार सकता है।
देवेन्द्र जैन पूर्व विधायक कोलारस एवं उनके अनुज जितेन्द्र जैन गोटू भाई पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शिवपुरी कोलारस विधानसभा सीट से दोनो ही सगे भाई जैन ब्रदर्श भाजपा एवं कांग्रेस से टिकिट की मांग कर रहे है जिस प्रकार ओमप्रकाश खटीक एवं उनके पुत्र कोलारस एवं करैरा से टिकिट की मांग कर रहे है उसी तरह देवेन्द्र जैन भाजपा से टिकिट की मांग कर रहे है जैन ब्रदर्श के समर्थकों का कहना है कि दोनो भाईयों में से जिस भाई की उम्मीदवारी का एलान पहले हो जायेगा दूसरे भाई का नाम टिकिट की रेस से दूर हो जायेगा टिकिट की रेस में दोनो भाई बने रहने के लिये पूरी तागत झोकने में जुटे हुये है जिसमें बड़े भाई देवेन्द्र जैन जहां जनता के बीच पहुंचकर सम्पर्क करने में जुटे हुये है तो छोटे भाई जितेन्द्र जैन गोटू भाई राशन माफियाओं से लेकर गोट के सहारे कांग्रेस में अपनी गोटी विठाने में जुटे हुये है।