झांसी - कर्मयोगी संस्था के अध्यक्ष पंडित संतोष कुमार गौड़ एवं संरक्षक अरुण कुमार हिंगवाशिया ने राजकीय संग्रहालय के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. मनोज कुमार गौतम से रानी के ध्वज के समक्ष वार्ता की।
वार्ता में विश्व इतिहास की सबसे ताकतवर महिलाओं में शामिल हुईं झांसी की रानी की तलवार एवं स्मृतियां जिसको देखने के लिए पर्यटक एवं झांसी वासी 166 वर्षों से तरस रहे हैं।
जिस दुर्लभ तलवार ने अंग्रेजों का सफाया किया था, वो आज भी ग्वालियर के संग्राहलय में सुरक्षित है। इसके साथ ही रानी के शस्त्र खांडा, उना, कटार, गुप्ती और पटे भी मौजूद हैं, जिनका रानी ने युद्ध के दौरान इस्तेमाल किया था।
वार्ता में स्पष्टीकरण हुआ कि यह मंजिल झांसी प्रशासन, लखनऊ शासन ग्वालियर-भोपाल संभाग, मध्य प्रदेश शासन एवं भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालय आदि दुर्गम रास्तों से गुजर कर ही विजय प्रदान करेगी।
कर्म योगी संस्था के अध्यक्ष ने कहा रानी के अधूरे स्वप्न को संस्था चुनौती के रूप में स्वीकार कर सफलता तक संघर्ष करेगी।