रेत का अवैध उत्खनन दिन और रात खुलेआम प्रशासन बेखबर



प्रशासन की आंखों में हुआ मोतियाबिंद सरकार से की जांच कराने की मांग 

बृजेश पाठक -  वही मध्य प्रदेश सीएम शिवराज सिंह चौहान, खुले मंच से कलेक्टर एसपी कमिश्नर को संकल्प दिला रहे हैं की रेत का अवैध उत्खनन नहीं होना चाहिए उसके बावजूद भी रेत माफिया खुलेआम रेत का अवैध उत्खनन एवं परिवहन कर रहे हैं फिर भी प्रशासन कार्रवाई के नाम पर मौन है ।

सूत्रों की माने तो ग्वालियर एवं शिवपुरी जिला प्रशासन की आंखों में मोतियाबिंद हो चुका है इसलिए इन्हें अबैध रेत उत्खनन नहीं दिखाई देता है । ग्रामीणों ने सरकार मुखिया शिवराज सिंह चौहान एवं  मुख्य सचिव से मांग है कि कर्मचारी एवं अधिकारियों की आंखों की जांच करवाएं और मोतियाबिंद नामक बीमारी का इलाज करवाएं अन्यथा करैरा एवं डबरा, राजस्व अनुविभाग  में प्राकृतिक खनिज संपदा के अलावा सरकार की अन्य संपत्ति की चोरी हो सकती है ।

आपको बता दें ग्वालियर संभाग के करैरा, डबरा अनुभाग के अंतर्गत आने वाले सिंध नदी के घाटों से दिन और रात अवैध रेत उत्खनन पनडुब्बियों डालकर जेसीबी की मदद से सिंध नदी से खुलेआम धड़ल्ले से किया जा रहा है । रेत माफिया खुलेआम शासन प्रशासन के नाक के नीचे से अवैध रेत उत्खनन कर रहे हैं वही सिंध नदी किनारे डबरा, अनुविभाग के लिधौरा, बाबूपुर, गाजापुर, सेमरी, कैथोदा ओर करैरा अनुविभाग के कलीपहाडी, धमधोली, बहगवां, सीहोर, चिंतहारी, दोनी, कल्याणपुर, दैहटा साहनी, एवं महुअर नदी के मुंगावली, मछावली,शिलरा,अन्दौरा, आदि सभी घाटों पर खुलेआम अवैध रेत उत्खनन हो रहा है । सैकड़ों ट्रैक्टर ट्रॉली रात में रेत परिवहन करने में लगे हैं ।यह सभी रेत के वाहन अधिकारी कर्मचारियों के सामने से गुजर रहे हैं फिर भी इन पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही इससे कहीं ना कहीं शासन प्रशासन की मिलीभगत उजागर होती है ऐसा नहीं है कि पुलिस एवं प्रशासन को इसकी जानकारी ना हो लेकिन फिर भी कोई कार्रवाई करने के लिए तैयार नहीं है देखने वाली बात होगी इन रेत माफियाओं पर कब कार्रवाई होती है । जब से नए ग्वालियर एसपी एवं कलेक्टर ने कमान संभाली है । उनका भी इस और कोई ध्यान नहीं है  प्रशासन की इसी उदासीनता के कारण रेत माफिया दिन और रात अवैध पनडुब्बियों की सहायता से जेसीबी के माध्यम से नदी को छलनी करने में लगे हैं ।

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