कोलारस - विभानसभा के चुनावों की तैयारियां प्रारम्भ हो चुकी है चुनावों को लेकर जहां शासन से लेकर निर्वाचन आयोग चुनाव की तैयारियों में जुटे हुये है वहीं राजनैतिक दलों के कार्यकर्ता भी भला टिकिट मांगने में पीछे रहने वाले कहां है कोलारस विधानसभा क्षेत्र के लिये अभी तक हुये चुनावों में मुख्य मुकावला कांग्रेस एवं भाजपा के बीच रहा है इस बार भी होने वाले चुनावों में मुख्य मुकावला कांग्रेस एवं भाजपा के बीच ही नजर आ रहा है सत्ताधारी दल भाजपा से टिकिट मांगने वालो की लाईन लम्बी है तो वहीं विपक्षी दल कांग्रेस भी टिकिट आवंटन में जीतने वाले उम्मीदवारों की खोज में जुटी हुई है कांग्रेस में टिकिट मांगने वालों की संख्या तो काफी है किन्तु टिकिट की लड़ाई में प्रमुख रूप से तीन नाम ही अभी तक सामने आये है देखना है कांग्रेस इन्ही में से उम्मीदवार बनाती है अथवा नये नाम पर विचार करती है सत्ताधारी दल भाजपा से टिकिट मांगने वालों की संख्या एक दर्जन के आस पास दिखाई दे रही है देखना है भाजपा सर्वे के आधार पर उम्मीदवार बनाती है अथवा गुट विशेष की सिफारिस पर उम्मीदवार का चयन करती है भाजपा से उम्मीदवार घोषित होने में समय लग सकता है जबकि कांग्रेस अपने उम्मीदवारों की घोषणा जल्द कर सकती है।
भाजपा से टिकिट की उम्मीद लगाये बैठे बड़े भाई देवेन्द्र जैन पत्ते वाले - कोलारस विधानसभा क्षेत्र से भाजपा से टिकिट के करीब एक दर्जन उम्मीदवार टिकिट की आस लगाये बैठे है जिनमें प्रमुख उम्मीदवार के रूप में वर्तमान विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी है उनके अलावा भी कई अन्य दावेदार भाजपा से टिकिट की उम्मीद लगाये बैठे है टिकिट की आस में कोलारस विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक देवेन्द्र जैन पत्ते वाले भी भाजपा से टिकिट की उम्मीद में कार्यकर्ताओं से संपर्क करने से लेकर गांव गांव जाकर लोगो से सम्पर्क कर रहे है उन्हें भाजपा से उम्मीदवार बदलने की आस में टिकिट की उम्मीद है जबकि उन्हीं के छोटे भाई जीतेन्द्र जैन ने भले ही अभी तक कांग्रेस की सदस्यता न ली हो किन्तु जीतेन्द्र जैन द्वारा की जा रही लगातार गोटो और कांग्रेसियों के साथ फोटो से लगता है कि जीतेन्द्र जैन कांग्रेस से टिकिट की आस लगाये बैठे है देखना है कि जहां बड़े भाई देवेन्द्र जैन भी कोलारस विधानसभा क्षेत्र से भाजपा से टिकिट की उम्मीद पाले बैठे है दोनो जैन ब्रदर्शो में से टिकिट लाने में बड़े कामयाव हो पाते है अथवा छोटे यह समय आने पर ही पता चलेगा।
कांग्रेस से गोटो के सहारे सर्वे में अपना नाम शामिल कराने की तैयारियों में जीतेन्द्र जैन - पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जीतेन्द्र जैन भले ही कांग्रेस में शामिल न हुये हो किन्तु उनकी कांग्रेसियों से लगातार नजदीकियां यह सिद्ध करने के लिये पर्याप्त है कि वह कोलारस विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस से टिकिट की उम्मीद पाले बैठे है जिसके चलते वह कांग्रेस से सर्वे में अपना नाम जुड़वाने के उद्देश्य से पवा एवं सिंघारई में भंडारे के नाम पर दो बड़े भोज करा भी चुके है और आने वाले समय में इस प्रकार के और भी कार्यक्रम कराने के उपरांत वह सदस्यता बड़े कार्यक्रम के रूप में लेंगे कांग्रेस से टिकिट की उम्मीद में उनका नाम बैजनाथ सिंह यादव के बाद दूसरे नम्बर पर दिखाई दे रहा है कांग्रेस से टिकिट की उम्मीद पाले बैठे छोटे पत्ते वाले जीतेन्द्र जैन की राह में जहां कांग्रेस से बैजनाथ सिंह यादव से उन्हे कड़ा संघर्ष करना पड़ेगा वहीं भाजपा से टिकिट मांग रहे उनके बड़े भाई देवेन्द्र जैन का नाम भी जीतेन्द्र जैन के लिये टिकिट की उम्मीद में बांधा बन सकता है देखना है कि कांग्रेस एवं भाजपा के दोनो महार्थियों से मुकावला करने में जीतेन्द्र जैन कामयाव हो पाते है या नहीं ?